#1 प्यार बांटते चलो- तमन्ना मतलानी December 27, 2021 ・0 comments ・Topic: lekh Tamanna_Matlani नन्हीं कड़ी में...आज की बात प्यार बांटते चलो... अपने जीवन काल में हमनें यह अवश्य ही देखा होगा कि जीवन में जितने भी आधुनिक सुख-सुविधा के साधन... Read post
#2 चलो निकालें सप्ताह में एक दिन- डॉ. माध्वी बोरसे! December 27, 2021 ・0 comments ・Topic: Dr_Madhvi_Borse poem चलो निकालें सप्ताह में एक दिन! चलो निकालें सप्ताह में एक दिन, जिसमें खुद का साथ हो, बस खुद से बात हो, चाहे दिन या रात हो, कैसे भी हालात हो! ... Read post
#3 महिला सशक्तिकरण -डॉ. माध्वी बोरसे! December 27, 2021 ・0 comments ・Topic: Dr_Madhvi_Borse lekh महिला सशक्तिकरण महिला सशक्तिकरण तब है जब महिलाओं को अपने निर्णय लेने की स्वतंत्रता हो। उनके लिए क्या सही है और उनके लिए क्या गलत है, यह तय क... Read post
#4 नहीं चाहिए ऐसे दोस्त- डॉ. माध्वी बोरसे! December 27, 2021 ・0 comments ・Topic: Dr_Madhvi_Borse poem नहीं चाहिए ऐसे दोस्त! दोस्ती का मतलब है, दोस्त को सही राह पर लाना, उनके साथ हंसना, रोना, पढ़ना, और खाना, उन्हें सही कार्य के लिए, हर वक्त ज... Read post
#5 अलविदा 2021-जयश्री बिरमी December 27, 2021 ・0 comments ・Topic: Jayshree_birmi lekh अलविदा 2021 एक बुरे स्वप्न की समाप्ति सा लग रहा हैं इस वर्ष का समाप्त होना।और मन थोड़ा आहत भी हैं आगामी वर्ष के बारे में।ईश्वर से यही प्रार्... Read post
#6 अभी पूस मनाते हैं.- विजय लक्ष्मी पाण्डेय December 27, 2021 ・0 comments ・Topic: poem vijay_lakshmi_pandey अभी पूस मनाते हैं. किसी नें मुझसे कहा -दिसम्बर जा रहा है, मैंनें कहा- पूस सता रहा है..!! उसनें कहा--जनवरी आएगी हाड़ भी कँपायेगी...!! मैंनें क... Read post
#7 विद्यालय "स्कूल" हो गये.... -सचिन राणा "हीरो" December 27, 2021 ・0 comments ・Topic: poem विद्यालय "स्कूल" हो गये.... नये भारत में विद्यालय जब से स्कूल हो गये... परेशान हैं अभिभावक मगर बच्चे कूल हो गये... जहाँ विद्यालय म... Read post
#8 बीती रात हो गई भोर- डॉ हरे कृष्ण मिश्र December 27, 2021 ・0 comments ・Topic: poem बीती रात हो गई भोर अंतर्मन की पूर्ण कामना, बिना तुम्हारे सभी अधूरे, एहसास हमारा अपना है, एकाकीपन जीवन अपना।। सानिध्य तुम्हारा छूट गया, उद्दे... Read post
#9 मर्जी उसकी-डॉ हरे कृष्ण मिश्र December 27, 2021 ・0 comments ・Topic: poem मर्जी उसकी पंख लगा उड़ने की इच्छा , मानव मन भी कर लेता है , आशा और जिज्ञासा लेकर , दूर गगन में उड़ लेता है। ।। इच्छा मेरी नए मंच पर, अभिनंद... Read post
#10 परेशान होने की जरूरत नहीं-जितेन्द्र 'कबीर' December 27, 2021 ・0 comments ・Topic: poem परेशान होने की जरूरत नहीं दिन - प्रतिदिन बढ़ती खाद्य पदार्थों की महंगाई से जनता को जरूरत नहीं है परेशान होने की, जरूरत से ज्यादा खाना खाने स... Read post
#11 हाजिर जवाबी अटल बिहारी- डॉ. इन्दु कुमारी December 27, 2021 ・0 comments ・Topic: poem हाजिर जवाबी अटल बिहारी देश की माटी ने दी सदा अमूल्य तोहफ़ा निशानी वीरता के परचम को लहराते रहे हैं बलिदानी उन्हीं श्रेणी में लिखा है नाम ... Read post
#12 रणछोड़ - डॉ. इन्दु कुमारी December 27, 2021 ・0 comments ・Topic: poem शीर्षक -रणछोड़ जिस बातों की है वियोग छोड़ कर भागा रणछोड़ ढूँढती है नैना तुझको भूल गए सलोने मुझको वेदना हमें मिले उपहार क्या ये है तुम्हार... Read post
#13 बिकते - बहकते वोटर- जितेन्द्र 'कबीर' December 27, 2021 ・0 comments ・Topic: poem बिकते - बहकते वोटर लोकतंत्र में... वोट के अधिकार के लिए किसी योग्यता या मेहनत की जरूरत नहीं पड़ती, बस पैदा होना ही काफी होता है, अठ्ठारह का ... Read post
#14 नंबर आएगा सभी का- जितेन्द्र 'कबीर' December 27, 2021 ・0 comments ・Topic: poem नंबर आएगा सभी का कत्ल नहीं हुआ अब तक हमारा धर्म मानने वालों में से किसी का, हमारी जाति में से भी नहीं हताहत हुआ निर्दोष कोई, आस-पड़ोस सुरक्ष... Read post
#15 कोई कुछ साथ न ले जा पाया- जितेन्द्र 'कबीर' December 27, 2021 ・0 comments ・Topic: poem कोई कुछ साथ न ले जा पाया रिश्वतें देकर रुपयों-पैसों, कीमती धातुओं, हीरे-जवाहरात की, दिन-रात स्तुति गान में रमे रहकर, सौदे बहुत किये लोगों ने... Read post
#16 दावत- जयश्री बिरमी December 27, 2021 ・0 comments ・Topic: vyang दावत जब से सरकार ने सामूहिक प्रसंगों पर कौड़ा चलाया हैं, निमंत्रको की संख्या घटादी हैं मुझे कही से भी निमंत्रण पत्र नहीं आ रहे हैं।पड़ोसी क... Read post
#17 कौवों की जमात- जयश्री बिरमी December 27, 2021 ・0 comments ・Topic: lekh कौवों की जमात एक वीडियो देखा था,एक ताकतवर मुर्गा एक कौए पर चढ़ बैठा था और उसको अपनी चोंच से जोर जोर से वार कर उसे घायल कर दिया था और कौव... Read post
#18 साड़ी- सुधीर श्रीवास्तव December 27, 2021 ・0 comments ・Topic: poem साड़ी साड़ी सिर्फ़ परिधान नहीं स्त्री गौरव की भी शान है साड़ी विश्व में भारतीय नारियों का मान सम्मान स्वाभिमान है। साड़ी में नारियों का सौंदर्य न... Read post
#19 हमारे पवित्र सोलह संस्कार- जयश्री बिरमी December 27, 2021 ・0 comments ・Topic: lekh हमारे पवित्र सोलह संस्कार हिंदू धर्म कोई व्यक्ति विशेष द्वारा स्थापित धर्म नहीं हैं,ये प्राचीन काल से आस्थाएं और ऋषि मुनियों द्वारा संचित अन... Read post
#20 क्रिसमस-डॉ. माध्वी बोरसे! December 25, 2021 ・0 comments ・Topic: poem क्रिसमस! क्रिसमस है एक प्रसिद्ध त्योहार, सैंटा क्लॉस जी का हर बच्चा करता है इंतजार, 25 दिसंबर को मनाया जाता है, हर व्यक्ति अपने घर को, क्रि... Read post
#21 तुम देना साथ सदा-नंदिनी लहेजा December 23, 2021 ・0 comments ・Topic: poem तुम देना साथ सदा। नन्हा सा अंकुर बन जब, मैं मातृगर्भ में आया। मेरे अस्तित्व को सींचा माँ ने, था तेरी आशीष का साया। नव महीने गर्भ की तपन में,... Read post
#22 ठिठुरता ठंड - डॉ इंदु कुमारी December 23, 2021 ・0 comments ・Topic: poem ठिठुरता ठंड कंपकपाती ये रातें सिसकती रही यादें ठिठुरते हुए ठंड की बीत गयी रे बचपन आ गयी बर्फीली सी जर्रा -जर्रा हिलाने थरथराती जवानी साज बा... Read post
#23 मशवरा- R.S.meena indian December 23, 2021 ・0 comments ・Topic: poem मशवरा इशारों में मुझकों बुलाती है,मगर जाने का नही । अपना उश्शाक बनाती हैं,उधर जाने का नही ।। इश्क़ में खो जाने का ,हद से गुज़र जाने का नही। ... Read post
#24 आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी- सुधीर श्रीवास्तव December 23, 2021 ・0 comments ・Topic: poem पुण्य तिथि विशेष आचार्य महावीर प्रसाद द्विवेदी दौलतपुर ग्राम रायबरेली जनपद मे पाँच मई अठारह सौ चौसठ में पं. रामसहाय द्विवेदी के पुत्र रुप म... Read post
#25 विश्वविख्यात विलियम शेक्सपियर-डॉ. माध्वी बोरसे! December 23, 2021 ・0 comments ・Topic: lekh विश्वविख्यात साहित्यकार विलियम शेक्सपियर विलियम शेक्सपियर यकीनन सभी समय के सबसे प्रसिद्ध लेखकों में से एक है। उन्होंने 38 नाटकों, दो कथा, कव... Read post
#26 कविता-नई शुरुआत-डॉ. माध्वी बोरसे! December 23, 2021 ・0 comments ・Topic: poem नई शुरुआत! सब बिखर गया तो क्या हुआ, समेटने का दम रखते हैं, चलो करे नई शुरुआत, जिंदगी में फिर से नई शुरूवात कर सकते हैं! सब खो दिया तो क्या ह... Read post
#27 माँ का समर्पण- अनीता शर्मा December 23, 2021 ・0 comments ・Topic: poem माँ का समर्पण माँ का समर्पण उसे निभाती एक स्त्री । माँ शब्द अपने में सशक्त, सबको माफ कर चुप रहती। सारा दिन दायित्व निभाती, ताने-बाते सब सह ज... Read post
#28 गज़ल-घायल पंछी सा फड़फड़ाना क्यों है?- जितेन्द्र 'कबीर' December 23, 2021 ・0 comments ・Topic: Gazal गज़ल दिल हम पर तुम्हारा अगर आया नहीं है तो नजर मिलते ही यूं तुम्हारा ठिठक जाना क्यों है? तीर-ए-इश्क दिल में अगर चुभाया नहीं है तो मेरे इंतजा... Read post
#29 जीवन भी गणित- सुधीर श्रीवास्तव December 23, 2021 ・0 comments ・Topic: poem राष्ट्रीय गणित दिवस (22 दिसंबर) पर विशेष जीवन भी गणित हम और हमारे जीवन का हर पल किसी गणित से कम नहीं है, जीवन में जोड़ घटाव भी यहाँ कम कहाँ ह... Read post
#30 प्रणय की धारा- डॉ हरे कृष्ण मिश्र December 22, 2021 ・0 comments ・Topic: poem प्रणय की धारा मन का स्रोत बहुत है गहरा , मन से निकली प्रणयकी धारा , मन और धन का खेल निराला, उसको समझ नहीं हम पाए , विवेक बंधन का ज्ञान नही... Read post
#31 कहानी-अपने प्यार की तमन्ना-जयश्री बिरमी December 22, 2021 ・0 comments ・Topic: laghukatha story अपने प्यार की तमन्ना (hindi kahani) सीमा कॉलेज जाने की लिए निकल ही रही थी कि अमन ने उसे चिड़ाते हुए कहा," क्यों बहना इतना सजधज के कोई... Read post