Yah sadi ki sabse nayab bimari hai by salil saroj
August 07, 2021 ・0 comments ・Topic: poem
यह सदी की सबसे नायाब बीमारी है
बहरों से बातचीत की कोशिश जारी है
यह सदी की सबसे नायाब बीमारी है
सब कुछ कर के भी हम कुछ नहीं करते
जो कुछ नहीं करते , वो सब सत्ता धारी हैं
शक्लें बदलने से शरीर नहीं बदला करते
तो भी गाँवों को शहर बनाने की तैयारी है
सरकार तमगे लगाए फिरती है सीने पे
जबकि मुल्क में भूख अब भी महामारी है
रोटी,कपड़ा,मकाँ मिलके भी नहीं मिलता
क्या करे जनता,योजनाएँ सब सरकारी हैं
हमें मालूम है कि क्या हश्र होना है हमारा
पर क्या करें, हमें भी वतन की खुमारी है
सलिल सरोज
दिल्ली
Post a Comment
boltizindagi@gmail.com
If you can't commemt, try using Chrome instead.