हमारे समाज की भेड़चाल
ज्यादातर अमीर और प्रभावशाली लोग
अपनी धन-संपत्ति, ऐश्वर्य-विलासिता
कामयाबी, सत्ता, मशहूरी के छिन जाने की
आशंका से ग्रस्त हो
मानते हैं बहुत सारे 'अंधविश्वास'
और करते हैं उनका अपने सामाजिक रूप से
खूब प्रचार-प्रसार,
ज्यादातर गरीब और मध्यमवर्गीय लोग
ऐसे लोगों के रहन-सहन, तौर-तरीकों का
अनुसरण करने की चाह में
खोकर अपना
सुख-चैन कर लेते हैं जीवन बेकार।
जितेन्द्र 'कबीर'
यह कविता सर्वथा मौलिक अप्रकाशित एवं स्वरचित है।
साहित्यिक नाम - जितेन्द्र 'कबीर'
संप्रति - अध्यापक
पता - जितेन्द्र कुमार गांव नगोड़ी डाक घर साच तहसील व जिला चम्बा हिमाचल प्रदेश
संपर्क सूत्र - 7018558314
Comments
Post a Comment
boltizindagi@gmail.com