Vivekananda by dr indu kumari
September 14, 2021 ・0 comments ・Topic: poem
स्वामी विवेकानन्द
हिला दिया शिकागो
थे दार्शनिक अध्यात्मिक गुरू वेदांत के
दिखा दिया दिया दुनिया को शोध व सिद्धांत के
छोटा नरेन्द्र दत्त विवेकानन्द बन दिखा दिया
शिकागो शहर मे तिरंगा का शान लहरा रहा
सनातन धर्म हीं नींव है विश्व को बता गया
प्रतिनिधित्व कर भारत का धर्म का पाठ पढ़़ा गया
देख पहले अमेरिकावासी जिसे समझा पागल
भाषण सुन शिकागो की दुनिया हुई थी कायल
जिसने दुनिया को सहिष्णुता सार्वभौमिकता सिखाया
दुनिया के शरणार्थियों को जिसने शरण लगाया
उस देश का मैं वासी हूं विवेकानन्द ने बताया
धन्य है रामकृष्ण परमहंस जी ऐसा शिष्य पाया
भारतीय संस्कृति को खुबसूरती से निखारा
वाक़् पटुताऔर यथार्थ से अपना पैर पसारा
आज भी गूंज रही कानों में भाषण इनकी
ह्रदय हर्ष से भर जाता है प्रशंसा
सुनकर ही ।
जयहिंद
डॉ.इन्दु कुमारी
हिन्दी विभाग
मधेपुरा बिहार
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