Maa ki apeksha by Anita Sharma
October 08, 2021 ・0 comments ・Topic: poem
"माँ की अपेक्षा"
माँ की अपेक्षा बेटी का भविष्य उज्जवल हो।
जो जीवन माँ ने जिया, कभी बेटी न जिये।
पढ़ लिख कर भविष्य गढ़ेगी।
अपने पैरों पर स्वयं चलेगी।
स्वाभिमान के साथ जियेगी।
देश की सेवा में तत्पर रहेगी।
हर अत्याचारी को दंडित करेगी।
कानून का सम्मान और रक्षा करेगी।
मेरी बेटी ऊँचा नाम करेगी।
स्वर्ण सा तपकर निखरेगी।
आचरण पर खरा उतरेगी।
बेटे सा जग में जीवन जियेगी।
इक माँ की अपेक्षा है बेटी से।
बेहतर भविष्य की ओर बढ़ेगी।
आत्म विश्वास और सम्मान पर दृढ़ रहेगी।
गौरवान्वित वह माँ को करेगी।।
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