#1 कुदरती सौंदर्यता के रहस्य! مارس 26, 2022 ・0 comments ・Topic: Dr_Madhvi_Borse lekh कुदरती सौंदर्यता के रहस्य! हर व्यक्ति अपनी त्वचा की देखभाल की दिनचर्या से बहुत प्यार करते हैं, और नहीं करते तो करना भी चाहिए! आपका स्वास्थ्य... Read post
#2 कहानी -खत्री बहन जी مارس 26, 2022 ・0 comments ・Topic: shailendra_Srivastava story खत्री बहन जी (hindi stories) इसी नाम से मुहल्ले के बच्चे व बड़े उसे जानते थे । मुहल्ले के पश्चिमी किनारे पर उसका घर था ,रेलवे स्टेशन से सौ मी... Read post
#3 देश प्रेम- शैलेन्द्र श्रीवास्तव مارس 26, 2022 ・0 comments ・Topic: lekh shailendra_Srivastava देश प्रेम मुहल्ले की सड़क सीधे रेलवे स्टेशन तक जाती थी ।छोटा स्टेशन था जहाँ से उस समय केवल दो ट्रेन अप डाऊन इलाहाबाद फैजाबाद के बीच चला करती ... Read post
#4 लघु कथा-अंधेरी गुफा का बूढा शेर مارس 26, 2022 ・0 comments ・Topic: laghukatha shailendra_Srivastava लघु कथा: अंधेरी गुफा का बूढा शेर जंगल का राजा बूढा शेर अंधेरी गुफा मे बैठा रहता था।उसके साथ एक परम भक्त खरहा भी रहता था जो शेर का जंगल मे दब... Read post
#5 हाशिये पर इतिहास- शैलेंद्र श्रीवास्तव مارس 26, 2022 ・0 comments ・Topic: poem shailendra_Srivastava हाशिये पर इतिहास ब्रह्म राक्षस बहुत छल प्रपंची होता है वह कितनो का अंतरंग होता है वह न किसी धर्म न पंथ न किसी वाद का होता है दर असल वह अपने... Read post
#6 अनेकता में एकता की नगर चौरासी-अक्षय भंडारी مارس 26, 2022 ・0 comments ・Topic: Akshay_bhandari poem अनेकता में एकता की नगर चौरासी अनेकता में एकता की नगर चौरासी हम सुनाते है एक ये प्यारी बात, ये है हमारी नगर चौरासी की बात। ये बात है हमारे र... Read post
#7 रंगबिरंगा त्यौहार!-डॉ. माध्वी बोरसे مارس 26, 2022 ・0 comments ・Topic: Dr_Madhvi_Borse poem रंगबिरंगा त्यौहार! रंगो का त्योहर हे होली, खुशियों से भरदे सबकी झोली, पकवान या मिठाई के जेसे, मीठी हो जाए सब की बोली। सभी रंगो के रास में खे... Read post
#8 प्रतिष्ठा बनाए रखें।- डॉ. माध्वी बोरसे! مارس 26, 2022 ・0 comments ・Topic: Dr_Madhvi_Borse lekh प्रतिष्ठा बनाए रखें। एक बार की बात है, दूर एक रेगिस्तान में, एक गुलाब था जिसे अपने सुंदरता पर बहुत अभिमान था। उसकी एकमात्र शिकायत थी की एक ... Read post
#9 दयावान बने! مارس 26, 2022 ・0 comments ・Topic: Dr_Madhvi_Borse poem दयावान बने! सोए हुए शेर के ऊपर चढ़ा चूहा, शेर उठा और हुआ आग बबूला, गुस्से में कहा, तुम्हें कौन बचाएगा, यह खूंखार शेर तुम्हें खा जाएगा! चूहे ... Read post
#10 अच्छे के लिए होता है ! مارس 26, 2022 ・0 comments ・Topic: Dr_Madhvi_Borse poem अच्छे के लिए होता है ! राजा और मंत्री शिकार के लिए निकले, जंगल में आए, बहुत सारी झाड़ी और झीलें, राजा जी के उंगली मैं चुभ गए, झाड़ियों में ज... Read post
#11 राजनीति में महिलाएं का होना महत्वपूर्ण! مارس 26, 2022 ・0 comments ・Topic: Dr_Madhvi_Borse lekh राजनीति में महिलाएं का होना महत्वपूर्ण! "यत्र नार्यस्तु पूज्यन्ते , रमन्ते तत्र देवताष्।" हमारी संस्कृति में नारी ... Read post
#12 गोल्डन बुक ऑफ अर्थ में शामिल हुई दुनिया की 2100+ प्रेरक महिलाएं مارس 26, 2022 ・0 comments ・Topic: Dr_Madhvi_Borse news गोल्डन बुक ऑफ अर्थ में शामिल हुई दुनिया की 2100+ प्रेरक महिलाएं स्वर्ण भारत महिला सशक्तिकरण बोर्ड द्वारा पन्द्रह हज़ार विशिष्ट महिलाओं को सम... Read post
#13 अजय प्रसाद की रचनाएं مارس 26, 2022 ・0 comments ・Topic: Ajay_prasad poem अजय प्रसाद की रचनाएं हमसे हमारे ख्वाब न छीन काँटों भरी गुलाब न छीन । जिंदा तो हूँ गफलत में सही यादों की ये सैलाब न छीन । बेहद सुकून से रहत... Read post
#14 क्या आप अपने बच्चों को टॉपर बनने के लिए फोर्स करते हैं? مارس 26, 2022 ・0 comments ・Topic: Dr_Madhvi_Borse lekh क्या आप अपने बच्चों को टॉपर बनने के लिए फोर्स करते हैं? जी अगर आप अपने बच्चे को, टॉपर बनने के लिए फोर्स करते हैं, उनको बार-बार डांटते हैं, फ... Read post
#15 कॉर्पोरेट में महिलाएं!-डॉ. माध्वी बोरसे! مارس 26, 2022 ・0 comments ・Topic: Dr_Madhvi_Borse lekh कॉर्पोरेट में महिलाएं! हमारी काल्पनिक कथाओं ने बताया कि महिला अपने दस हाथों से परिवार का नेतृत्व करती है। दो दृश्यमान हैं और शेष आठ अदृश्य ... Read post
#16 मेरा मन है एक बंजारा- वीना आडवाणी तन्वी مارس 26, 2022 ・0 comments ・Topic: poem Veena_advani मेरा मन है एक बंजारा मेरा मन है एक बंजारा स्थिर नहीं ये फिरता मारामारा कभी प्राकृतिक सौंदर्य में फिरे तो कभी दर्द ए यादों में कभी फिरे ये तं... Read post
#17 अनुभव का खजाना...-तमन्ना मतलानी مارس 26, 2022 ・0 comments ・Topic: lekh Tamanna_Matlani नन्हीं कड़ी में.... आज की बात अनुभव का खजाना... हम अपने जीवन में विभिन्न प्रकार के कार्य करते हैं। इन कार्यो को हम प... Read post
#18 अधूरी कहानी के कोरे पन्ने (hindi kahani) -जयश्री बिरमी مارس 26, 2022 ・0 comments ・Topic: Jayshree_birmi story अधूरी कहानी के कोरे पन्ने (hindi kahani) अति सुंदर मीना परिवार में सब को ही बहुत प्यारी थी।बचपन से उसके लिए राजकुमार से दूल्हे आशा उसकी मा... Read post
#19 हौंसले-जयश्री बिरमी مارس 26, 2022 ・0 comments ・Topic: Jayshree_birmi poem हौंसले एक सुंदर नारी चल पड़ी गगन विहारी था उसे उडना बहुत दूर दूर क्षितिज से भी दूर पंख थे छोटे और कोमल पार करेगी कैसे वह अंबर फिर भी निकल प... Read post
#20 जब वक्त थम सा गया-जयश्री बिरमी مارس 26, 2022 ・0 comments ・Topic: Jayshree_birmi poem जब वक्त थम सा गया एक बार ही मिली नजरें तो दिल उसी पर आ गया मिलने के लिए उसी से दिल बेताब होने लगा ख्वाबों में भी वही खयालों में भी वही ले... Read post
#21 कवि का ह्रदय है - नंदिनी लहेजा مارس 26, 2022 ・0 comments ・Topic: Nandini_laheja poem शीर्षक-कवि का ह्रदय है कवि का ह्रदय है खजाना विचारों का , कविता हैं उसकी कुंजी। हँसाते, रुलाते,कभी दिल को छू जाते ये शब्द ही उनकी पूँजी। क... Read post
#22 दिल ढूँढता है-नंदिनी लहेजा مارس 26, 2022 ・0 comments ・Topic: Nandini_laheja poem दिल ढूँढता है कहाँ गए बचपन के वो दिन, जो निश्चिंतता में गुजरते थे। ना लोभ था,ना कोई कपट, निश्छलता लिए रहते थे। दिल ढूंढ़ता हैं उनको हमेशा, का... Read post
#23 हालात बदलेंगे क्या?- जितेन्द्र 'कबीर' مارس 26, 2022 ・0 comments ・Topic: Jitendra_Kabir poem हालात बदलेंगे क्या? आज जब नारे बुलंद होंगे दुनिया भर में महिलाओं की सुरक्षा के, बहुत सारी महिलाएं संघर्ष कर रही होंगी हवस के पुजारियों के खि... Read post
#24 पाखंड लगता है- जितेन्द्र ' कबीर ' مارس 26, 2022 ・0 comments ・Topic: Jitendra_Kabir poem पाखंड लगता है एक विजेता! अपने सारे संसाधन झोंक देता है युद्ध के मैदान में जीत के लिए, विजय उसका चरित्र है लेकिन जब वो लगाता है मुखौटा संत का... Read post
#25 हमेशा के लिए कुछ भी नहीं-जितेन्द्र 'कबीर' مارس 26, 2022 ・0 comments ・Topic: Jitendra_Kabir poem हमेशा के लिए कुछ भी नहीं न यह जीत आखिरी है और न यह हार आखिरी है, रोजाना का संघर्ष है जीवन चलेगा यह ऐसे ही जब तक हमारी सांस आखिरी है। जीत से ... Read post
#26 उत्सव मनाता लोकतंत्र- जितेन्द्र 'कबीर' مارس 26, 2022 ・0 comments ・Topic: Jitendra_Kabir poem उत्सव मनाता लोकतंत्र महिला सुरक्षा का बड़ा सा सरकारी विज्ञापन अखबार के पहले पन्ने पर था, दूसरे व तीसरे पन्ने पर थी सामूहिक बलात्कार के बाद म... Read post
#27 इतिहास साहित्य में नजर आता हैै जितेन्द्र 'कबीर' مارس 26, 2022 ・0 comments ・Topic: Jitendra_Kabir poem इतिहास साहित्य में नजर आता है उन लोगों की बुद्धि को नमन! जो समझते हैं कि फिल्मकार इतिहास दिखाता है जबकि ज्यादातर वो पैसा कमाने के लिए इतिहास... Read post
#28 कोई रंग ऐसा बरस जाए- जितेन्द्र 'कबीर' مارس 26, 2022 ・0 comments ・Topic: Jitendra_Kabir poem कोई रंग ऐसा बरस जाए इस बार होली में कोई रंग आसमां से ऐसा बरस जाए, कि बस इंसानियत के रंग में रंगी सारी दुनिया नजर आए। चमड़ी का रंग दिखे सबका ... Read post
#29 अच्छाई का पैमाना- जितेन्द्र 'कबीर' مارس 26, 2022 ・0 comments ・Topic: Jitendra_Kabir poem अच्छाई का पैमाना अच्छा सैनिक कौन है? वो जो अपने सेनापति एवं शासक के आदेश पर युद्ध छेड़ दे अपनी जान की परवाह न करते हुए, बहादुरी दिखाते हुए अ... Read post