कविता - अंधेरे की आवाज़ | Andhere ki awaz
अंधेरे की आवाज़ तालाब शांति में समुद्रीय हलचल विश्व का दूरस्थ प्रतिमान, जो नहीं खोज पाया खोज ही नहीं पाया कविता और कहानियों में आजतक मुक्ति...
अंधेरे की आवाज़ तालाब शांति में समुद्रीय हलचल विश्व का दूरस्थ प्रतिमान, जो नहीं खोज पाया खोज ही नहीं पाया कविता और कहानियों में आजतक मुक्ति...
लघुकथा-अनोखा मिलन बेटी के एडमिशन के लिए स्कूल आई मधुलिका एक बड़े से हाॅल में पड़ी कुर्सियों में एक किनारे बैठ गई थी। तभी उसकी नजर अपनी कालेज...
मिशन ऑपरेशन कावेरी तेज़ी से शुरू गृह युद्ध की मार झेल रहे सूडान से भारतीयों को सुरक्षित निकालने की मुहिम ज़ारी भारत सरकार द्वारा सूडान में फ...
लघुकथा–सच्चा प्रेम राजीव ने न जाने कितनी बार उसके सामने विवाह का प्रस्ताव रखा था, पर हर बार नियति ने बड़ी सख्ती से उसके साथ विवाह करने से ...
हम जो कुछ भी हैं वह हमारी सोच का परिणाम है। औपनिवेशिक शासन के समय जब हर कोई बिना किसी नए विचार के अपने जीवन और नींद में व्यस्त था, उस समय हम...
बालकथा-दोस्त हों तो ऐसे धानपुर गांव में प्राइमरी स्कूल तो था, पर हायर सेकेंडरी स्कूल नहीं था। इसलिए आगे की पढ़ाई के लिए धानपुर के बच्चों को ...
मज़बूती से विकसित होते भारत की गाथा में नए अध्याय जुड़े विश्व बैंक का लॉजिस्टिक (माल ढुलाई) परफारमेंस इंडेक्स 2023 जारी - भारत की 38 वी रैंक...
दूध ब्रांड पर युद्ध की गरमाई दही पर विवाद के बाद अब दूध ब्रांडो पर सियासी शाब्दिक जंग ! दूध ब्रांड के हमारा तुम्हारा भावनात्मक भाव को छोड़ ...
प्रस्तावित चलचित्र (सिनेमैटोग्राफ) संशोधन विधेयक 2023 चलचित्र (सिनेमैटोग्राफ) अधिनियम 1952 में संशोधन को मंत्रिमंडल की मंजूरी - मानसून सत्...
अपने ही अपनों की आंखों मे तब खटकते आज कि भागमभाग जिंदगी में हर कोई एक दूजे से आगे निकलना चाहता है हर कोई चाहता है कि मैं आगे बढ़ो और तरक्की ...
चीन से आगे होंगे तो आगे सोचना भी होगा। बता दें कि संयुक्त राष्ट्र की ताजा रिपोर्ट के अनुसार 19 अप्रैल को 142।86 करोड़ की आबादी के साथ भारत अ...
द स्टेट ऑफ द ग्लोबल क्लाइमेट एनुअल रिपोर्ट 2022 विश्व मौसम विज्ञान संगठन (डब्ल्यूएचओ) वार्षिक रिपोर्ट 202 ज़ारी वैश्विक स्तरपर बढ़ते जलवायु ...
24 अप्रैल - राष्ट्रीय पंचायती राज दिवस महिलाओं की राजनीति में बाधा बनते सरपंचपति चुनाव में खड़े होने और जीतने के बाद महिला प्रधानों के परिवा...
बिखर गई पंचायतें, रूठ गए है पंच। भटक राह से है गए, स्वशासन के मंच।। राज्य सरकार स्थानीय नौकरशाही के माध्यम से स्थानीय सरकारों को बाध्य करती ...
(पृथ्वी दिवस विशेष, 22 अप्रैल) पृथ्वी की रक्षा एक दिवास्वप्न नहीं बल्कि एक वास्तविकता होनी चाहिए। मनुष्य के रूप में, यह हमारा मूल कर्तव्य है...