नकाब ओढ़े चेहरे
चुंकि फायदेमंद रहती हैं
हिंसक व अराजक परिस्थितियां
चुनावों में वोटों के ध्रुवीकरण के लिए,
इसलिए ज्यादातर राजनेताओं का
जनता से शांति बनाए रखने का आह्वान
होता है महज दिखावा भर,
ऐसे नेता एक तरह के परजीवी हैं
जिनकी राजनीति पल्लवित व पोषित होती है
जनता के आपसी
लड़ाई-झगड़ों और दंगों पर।
जान पर जब बन आती है
तो इंसान की सोच सीमित हो जाती है
अपनी व परिवार की सुरक्षा तक,
लोकतंत्र के मूल्यों की,
अच्छी शिक्षा व स्वास्थ्य सुविधाओं की,
अच्छी सड़कों व जीवन स्तर में सुधार की,
मानवाधिकारों की बात
कौन सोच पाता है फिर,
चुनती है ऐसे माहौल के परिणामस्वरूप
जनता मजबूरी में
अपने धर्म और जाति के ही ठेकेदारों को,
जो ओढ़े रहते हैं धर्म रक्षक के नकाब
हरदम अपने चेहरों पर।
जितेन्द्र 'कबीर'
यह कविता सर्वथा मौलिक अप्रकाशित एवं स्वरचित है।
साहित्यिक नाम - जितेन्द्र 'कबीर'
संप्रति-अध्यापक
पता - जितेन्द्र कुमार गांव नगोड़ी डाक घर साच तहसील व जिला चम्बा हिमाचल प्रदेश
संपर्क सूत्र - 7018558314
हिन्दी साहित्य के प्रसिद्ध कवि एवं शायर चन्द्र प्रकाश गौतम (सी.पी. गौतम) का जन्म 13 अगस्त सन् 1995 को उत्तर प्रदेश के मीरजापुर जनपद के छीतकपुर गाँव में हुआ ।
इनकी प्रारम्भिक शिक्षा गाँव के ही प्राथमिक विद्यालय से शुरू हुई
इन्होंने उच्च शिक्षा स्नातक की पढ़ाई काशी हिन्दू विश्वविद्यालय से की तथा यहीं से हिन्दी साहित्य में परास्नातक की पढ़ाई भी की ।
स्नातक व परास्नातक की परीक्षा प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की है।
चन्द्र प्रकाश गौतम की हिन्दी साहित्य में विशेष रुचि है ।
इन्होंने कई महत्वपूर्ण कविताओं एवं आलोचनात्मक लेखों का सृजना किया है , जो देश के विभिन्न राज्यों के दैनिक समाचार पत्रों , पत्रिकाओं में प्रकाशित है साथ ही इनकी कुछ रचनाएं भारत के अलावा अमेरिका में भी प्रकाशित हुई हैं
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