आह्वान- डॉ.इन्दु कुमारी
December 03, 2021 ・0 comments ・Topic: poem
आह्वान
मद्यपान निषेध
मेरे देश के नौजवानों
तू है मौजों की रवानी
है भारत माँ के लाल
वेशकीमती तेरी जवानी
मद्यपान नहीं जिन्दगानी
बीड़ी तम्बाकु शराब गांजे
सेवन ये शान नहीं तुम्हारी
वीर भारत की तू निशानी
दूध रगों में है शेरनी का
गीदड़ जैसी नहीं है करनी
मेरे देश के प्यारे नौनिहालो
भावी सम्राट हो हमारे
कर्म पथ पर अग्रसर होऔ
मद्य निषेध तुरंत कर डालो
तू शूर वीर के बच्चे हो
दिल दिमागों में अच्छे हो
अपनी शक्ति की कारस्तानी
दुश्मनों पर आजमानी है
कुपंथ को त्यागो मेरे लाल
है कोहिनूर सी जिन्दगानी
डॉ.इन्दु कुमारी
तू है मौजों की रवानी
है भारत माँ के लाल
वेशकीमती तेरी जवानी
मद्यपान नहीं जिन्दगानी
बीड़ी तम्बाकु शराब गांजे
सेवन ये शान नहीं तुम्हारी
वीर भारत की तू निशानी
दूध रगों में है शेरनी का
गीदड़ जैसी नहीं है करनी
मेरे देश के प्यारे नौनिहालो
भावी सम्राट हो हमारे
कर्म पथ पर अग्रसर होऔ
मद्य निषेध तुरंत कर डालो
तू शूर वीर के बच्चे हो
दिल दिमागों में अच्छे हो
अपनी शक्ति की कारस्तानी
दुश्मनों पर आजमानी है
कुपंथ को त्यागो मेरे लाल
है कोहिनूर सी जिन्दगानी
Post a Comment
boltizindagi@gmail.com
If you can't commemt, try using Chrome instead.