कैसे पल्लवित होंगी प्रतिभाएं?- जितेन्द्र 'कबीर'
November 27, 2021 ・0 comments ・Topic: poem
कैसे पल्लवित होंगी प्रतिभाएं?
पलायन करती हैं यहां से
प्रतिभाएं,
क्योंकि उनको सहेजने,
प्रोत्साहित व सम्मानित
करने के स्थान पर हम
उनका करते हैं वर्गीकरण
जाति, धर्म, विचारधारा
और राजनीति के नाम पर,
किसी क्षेत्र में उनके योगदान
को तुच्छ या महान साबित
करने में बड़ी भूमिका निभाती है
राजनीतिक तरफदारी,
कुंठित हो जाती हैं यहां पर
प्रतिभाएं,
क्योंकि उनके निजी विचार
इस्तेमाल किए जाते हैं बहुधा
उनकी उपलब्धियों को धूमिल
करने में,
उनकी चुप्पी के भी मीडिया में
मनमाफिक अर्थ लगाए जाते हैं,
प्रतिभा में उनसे बहुत कमतर लोग
बनाते हैं उन पर दबाव उनके
अनुसार चलने के लिए,
ऐसी परिस्थितियों में कैसे पल्लवित
होंगी प्रतिभाएं यहां पर।
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