Bal divash by mainudeen kohri
बाल दिवस
आओ बच्चों आओ
खेलें कूदें नाचे गाएं
हम सब मिल कर
चाचा का जन्म मनाऐं ।
चिड़िया घर की सैर करें
सब मिल मौज मनाऐं
झूला झूलें दौड़ लगाएं
ताजा ताजा फल खाएं ।
पिंजड़े में शेर दहाड़े
चालाक लोमड़ी चक्कर लगाए
बन्दर मामा उछले -कूदे
लँगूर बैठा पूँछ हिलाए ।
झबरिले काले बालों वाले
नाचे भालू भोले - भाले
कंगारु ,चीतल चीते यहॉं
हिरण -जिराफ सबको भाए ।
आओ देखो -आओ देखो
बगुले कैसे पानी पीए
दरियाई घोड़े मछली रानी
कछुए -मगरमच्छ पानी में जीए ।
रंग - बिरंगी सुनहरी चिड़िया
चीं-चीं-चीं पिंजड़े में शोर मचाए
कोयल- मैना- बुलबुल देखो
मोर देखो नाच दिखाए ।
कौआ-तीतर-बटेर शोर मचाए
पेड़ पर बैठा तोता आम खाए
घने पेड़ों की छाया सुन्दर
मीठी - मीठी कोयल गाए ।
आओ खेले बाग़ - बगीचों में
फूल खिले जहाँ रंग - बिरंगे
चाचा नेहरू को प्यारे लगते
गुलाब- फूल सदा मन को भाए ।
सदा रहे हम बच्चे शाद
बाल दिवस पर नाचे - गाएं
चाचा नेहरू बच्चों के प्यारे
बाल दिवस पर जशन् मनाएं ।