शोषण- चन्दानीता रावत
January 15, 2022 ・0 comments ・Topic: Chanda_rawat poem
शोषण
जागो मानव के मन, जागोशोषण के विरूद्ध चुपी तोडो़
समाज के काले विचारों से
रिश्ता तोडो़,
दो जवाब मुड़ कर इन
रुढ़िवादी विचार धाराओ को
नही रुकना ,नही सहना,न मनोबल से हारना
शोषण के विरुद्ध आवाज उठाना
मन के तनाव के विरुद्ध
सामंजस्य को तोडो़
मन के मतभेद से उठ कर
जवाब देना
शोषण के विरुध्द चुपी तोड़ना
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