भारतीय नोट पर मां लक्ष्मी गणेश/bhareey noto par ma lakshmi Ganesh

भारतीय नोट पर मां लक्ष्मी गणेश

भारतीय मुद्रा पर मां लक्ष्मी गणेश के स्वरूप छापने के प्रस्तावित बयान पर शाब्दिक मिसाइलों का दिन रहा भाई दूज!!
इंडोनेशियाई करेंसी पर छपे भगवान गणेश के स्वरूप का हवाला - नेताओं की ज़बरदस्त शाब्दिक मिसाइलों से जनता हैरान ? - एडवोकेट किशन भावनानी
गोंदिया - वैश्विक स्तरपर पांच दिवसीय दिवाली महोत्सव का आज अंतिम दिन भाई दूज को बड़े उत्साह जोश और आस्था के साथ भारतीयों अनिवासी निवासी और मूल भर्तियों द्वारा यह पर्व भारत सहित सारी दुनिया में जोरदार ढंग से मनाया जा रहा था। हम उत्सुकता से इंतजार कर रहे थे कि सारी दुनिया से इस पर्व की ग्राउंड रिपोर्टिंग दिखाई जाएगी, लोगों के कमिटमेंट और भाई बहन के प्यार की बारिश हम अपने घरों में बैठकर भी टीवी चैनलों के माध्यम से देखकर आनंद उठाएंगे। परंतु यह क्या!! एक राज्य के मुख्यमंत्री महोदय ने भारतीय नोट पर महात्मा गांधी के साथ मां लक्ष्मी गणेश का स्वरूप छापने के सुझाव का बयान दिया और इसे पीएम के पास प्रस्ताव भेजने की बात क्या कहीं कि मुख्य दो तीन पार्टियों में आपसी शाब्दिक मिसाइलों का दौर शुरू हो गया कोई ट्विटर प्रेस कॉन्फ्रेंस टीवी चैनलों इत्यादि पर दिनभर यह मुद्दा छाया रहा लोग उत्सुकता से चैनलों पर डिबेट बयानबाजी सुझाव प्रभाव देखने में मशगूल हो गए! भाई दूज त्यौहार इस मुद्दे के सामने फ़ीका हो गया और शहर गांव मोहल्ले नुक्कड़ पर इसकी चर्चाएं शुरू हो गई मैं भी एक टीवी चैनल एंकर पत्रकार राजीव रंजन के माहौल क्या है कार्यक्रम में इस मुद्दे पर दिल्ली के कनॉट प्लेस से ग्राउंड रिपोर्टिंग देखी तो जनता इस मुद्दे पर उलझी दिखीं। दीपावली भाई दूज का उनमेंअसर नहीं दिखा हालांकि अधिकतम लोगों ने कहा देवताओं का स्वरूप भारतीय मुद्रा पर अंकित करने के पक्षधर नहीं हैं। सभी ने यही कारण दिया कि नोटों के जमीन पर गिरने बाथरूम में जाने अनैतिक कार्यों नशे जुआ इत्यादि अनैतिक कार्यों के लेनदेन में देवताओं का अपमान होगा। मेरा मानना है यह राय सच भी है क्योंकि यह मामला हर भारतीय नागरिक से जुड़ा है इसीलिए आज हम इस आर्टिकल के माध्यम से इसपर चर्चा करेंगे, भारतीय नोट पर मां लक्ष्मी गणेश का स्वरूप क्या उचित है ?
साथियों बात अगर हम इस बयान और प्रस्ताव की करें तो एक वर्ष पूर्व भी एक बड़ी पार्टी के बड़े नेता जो राज्यसभा सांसद भी हैं ने कहा था जबकि अभी एक मुख्यमंत्री ने बुधवार को करेंसी नोटों पर भगवान गणेश और लक्ष्मी के चित्र प्रकाशित करने के का प्रस्ताव रखा। उन्होंने इसे लेकर पीएम मोदी से आग्रह किया। इसके बाद से दो पार्टियों ने सीएम की आलोचना की। हालांकि, एक नेता और राज्यसभा सांसद ने एक साल पहले ही ऐसा ही बयान दिया था। उन्होंने एक कार्यक्रम में कहा था कि मैं बैंक नोटों पर देवी लक्ष्मी की तस्वीर छापने के पक्ष में हूं। इससे 'भारतीय मुद्रा की स्थिति में सुधार' हो सकता है।
इंडोनेशियाई करेंसी पर छपे भगवान गणेश की तस्वीर के बारे में एक सवाल के जवाब में उन्होंने ने कहा था कि पीएम इस सवाल का जवाब दे सकते हैं। उनका कहना था कि मैं इसके पक्ष में हूं। उनका कहना था कि भगवान गणेश विघ्नों को दूर करते हैं। मैं बल्कि कहता हूं कि देवी लक्ष्मी की तस्वीर (मुद्रा नोटों पर) से भारतीय मुद्रा की स्थिति में सुधार हो सकता है। इसका किसी को बुरा नहीं लगना चाहिए।
साथियों बात अगर हम एक राज्य के सीएम द्वारा दिनांक 26 अक्टूबर 2022 को एक बयान की करें तो उन्होंने बुधवार को पीएम से भारतीय करेंसी नोटों पर भगवान गणेश और लक्ष्मी के चित्र प्रकाशित करने के प्रस्ताव पर विचार करने का आग्रह किया था। उन्होंने कहा था कि अगर हमारे करेंसी नोटों पर भगवान गणेश और लक्ष्मी के चित्र होंगे तो हमारा देश तरक्की करेगा। मैं इस मुद्दे पर पीएम को एक-दो दिन में पत्र लिखूंगा। इसपर रूलिंग पार्टी के एक सांसद सीएम की इस मांग को चुनावों से पहले अपनी पार्टी के ‘भयावह हिंदू विरोधी चेहरे’ को छिपाने की ‘नाकाम कोशिश’ करार दिया था।
भारतीय अर्थव्यवस्था की स्थिति का जिक्र करते हुए सीएम बोले कि अमेरिकी डॉलर के मुकाबले रुपये के लगातार कमजोर होने के कारण देश नाजुक स्थिति से गुजर रहा है। उन्होंने कहा, हम सभी चाहते हैं कि भारत समृद्ध हो और यहां का हर परिवार समृद्ध हो। हमें बड़े पैमाने पर स्कूल और अस्पताल खोलने हैं। उन्होंने सवाल किया, जब इंडोनेशिया ऐसा कर सकता है तो हम क्यों नहीं? नए करेंसी नोटों पर ये चित्र प्रकाशित किए जा सकते हैं। उन्होंने सुझाव दिया था कि नए नोटों पर एक तरफ राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की तस्वीर और दूसरी तरफ भगवान गणेश और लक्ष्मी के चित्र छापे जा सकते हैं।
साथियों बात अगर हम इस मुद्दे पर शाब्दिक मिसाइलों की करें तो किसी ने कहा कि जिन्हें यह प्रस्ताव मंजूर नहीं वे पड़ोसी मुल्क चले जाएं, किसी ने कहा यह अपने भयावह हिंदू विरोधी चेहरे को छुपाने की नाकाम कोशिश करार दिया किसी ने कहा यह दो राज्यों और दिल्ली एमसीडी चुनाव के लिए स्टंट बाजी है, किसी ने कहा भले ही सीएम से नफरत करो पर देवताओं को बक्श दो! इस तरह के अनेक बयान आज दिनभर टीवी चैनलों पर गूंजते रहे। सोशल मीडिया पर भी बयानों की भरमार रही कोई प्रेस कॉन्फ्रेंस तो कोई संदेश और कोई ट्विटर उपयोग कर बयानों से मीडिया में अफरा-तफरी मची हुई थी। मेरा मानना है कि आज भाई दूज के दिन ऐसा नहीं होना चाहिए था यह कोई गंभीर मसला नहीं था। हालांकि अधिकृत रूप से पीएम को प्रस्ताव भेजा भी नहीं गया और वार पलटवार शुरू हो गए, इसको देखते हुए जनता वर्ष1974 में रिलीज हुई हिंदी फिल्म रोटी का यह गीत ये तो पब्लिक है, ये सब जानती है, ये तो पब्लिक है, अजी अंदर क्या है, बाहर क्या है, यह सब पहचानती है ये तो पब्लिक है यह सब जानती है।
साथियों बात अगर हम दिनभर चैनलों पर इंडोनेशिया के जिक्र की करें तो, इंडोनेशिया दुनियां की सबसे ज्‍यादा मुस्लिम आबादी वाला देश है। यह दुनिया का तीसरा सबसे बड़ा लोकतंत्र भी है। इंडोनेशिया में 85 फीसदी मुस्लिम और सिर्फ 2 फीसदी हिंदू हैं। यह और बात है कि इसके 2000 रुपये के करेंसी नोट पर हमको भगवान गणेश की तस्‍वीर दिखाई देती है। इंडोनेशिया इकलौता ऐसा देश है जहां भगवान गणेश की तस्‍वीर करेंसी नोट पर है। भगवान गणेश की तस्‍वीर के साथ नोट पर इंडोनेशिया के पूर्व शिक्षा मंत्री की हजर देवान्‍तर की तस्‍वीर भी दिखती है। नोट के पीछे के साइड में क्‍लास में पढ़ते बच्‍चों की पिक्‍चर बनी है।एक समय इंडोनेशिया का एक हिस्‍सा चोल वंश के राजाओं के अधीन रहा है। इसी दौरान वहां कई मंदिर बनाए गए। भगवान गणेश को बुद्धि, समृद्धि कला और विज्ञान के प्रतीक के तौर पर देखा जाता है। उनकी पूजा-अर्चना शिक्षा के भगवान के तौर पर होती है। इस तरह भगवान गणेश करेंसी नोट की थीम में बिल्‍कुल फिट बैठते हैं। इन्‍हीं बातों के कारण इंडोनेशिया ने भगवान गणेश को अपने 2000 रुपये के करेंसी नोट में जगह दी है।
अतः अगर हम उपरोक्त पूरे विवरण का अध्ययन कर उसका विश्लेषण करें तो हम पाएंगे कि भारतीय नोट पर मां लक्ष्मी गणेश के स्वरूप का प्रस्ताव वाला बयान। भारतीय मुद्रा पर मां लक्ष्मी गणेश के स्वरूप छापने के प्रस्तावित बयान पर शाब्दिक मिसाइलों का दिन रहा भाई दूज!! इंडोनेशिया की करेंसी पर छपे भगवान गणेश के स्वरूप का हवाला दिया गयानेताओं की जबरदस्त शाब्दिक मिसाइलों से जनता हैरान रही ?

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Kishan sanmukh

-संकलनकर्ता लेखक - कर विशेषज्ञ स्तंभकार एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी गोंदिया महाराष्ट्र

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