Bharat desh par kavita
February 08, 2023 ・0 comments ・Topic: kishan bhavnani poem
कविता
भारत देश महान, मेरी आन बान शान
धर्मनिरपेक्षता हैं, भारत की पहचान
हर धर्म त्यौहार संस्कृति का, भारत में सम्मान
अनेकता में एकता, हैं भारत विश्व में बलवान
भारत देश है,बुद्धिजीवियों की खान
कोरोना वैक्सीन बना कर,दी नई पहचान
कोरोनावारियर्स बनकर उभरे भारत की शान
अब फिर बनेगा,भारत सोने की खान
आत्मनिर्भर भारत, बनेगा हर क्षेत्र की जान
हर नागरिक को डालना होगा, इस सोच में जान
सोच में ही छुपा है, कुछ कर गुजरने का ज्ञान
भारत देश महान, मेरी आन बान शान-3
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कर विशेषज्ञ स्तंभकार एडवोकेट किशन सनमुख़दास भावनानी गोंदिया महाराष्ट्र
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