भांग के साइड इफेक्ट्स
March 09, 2023 ・0 comments ・Topic: poem Veerendra Jain
भांग के साइड इफेक्ट्स
आंखें बंद करता हूं तो अंधेरा डराता है,आंखें खुली रखता हूं तो उजाला सताता है,
मुझे नींद नहीं आती,
मुझे नींद नहीं आती....!!
पैर जो पानी में डालूं तो दिल कांप सा जाता है,
रंग बदल नीला पड़ जाये सुन्न सा ये हो जाता है,
दिल पे बोझ रखा है कोई, पैर उठा नहीं पाता है ।
आंखें बंद करता हूं तो अंधेरा डराता है,
आंखें खुली रखता हूं तो उजाला सताता है...
आसमान सिर पर खड़ा है ज़िद कोई लगाए रखा है,
त्यौहार है शायद कोई सबने घर सजाए रखा है,
गरम जलेबी मुंह में लूं तो आंख से पानी आता है,
आंखें बंद करता हूं तो अंधेरा डराता है,
आंखें खुली रखता हूं तो उजाला सताता है...!!
बिखर गए हैं ख़्वाब सारे अस्त व्यस्त सब लगता है,
नीला लाल कोई भी पहने रंग चांद पर फबता है,
काली होती रात सबेरा लाल मग़र बन जाता है,
आंखें बंद करता हूं तो अंधेरा डराता है,
आंखें खुली रखता हूं तो उजाला सताता है...!!
About author
![]() |
Veerendra Jain, Nagpur |
Veerendra Jain, Nagpur
Instagram id : v_jain13
Instagram id : v_jain13
Post a Comment
boltizindagi@gmail.com
If you can't commemt, try using Chrome instead.