भारत का वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं का लीडर बनने का आगाज़

 भारत का वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं का लीडर बनने का आगाज़ 

भारत का वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं का लीडर बनने का आगाज़

विश्व की तीसरी अर्थव्यवस्था बनने चल पड़ा है मेरा भारत देश ! 

विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने में एफएम का 10 -16 अप्रैल 2023 अमेरिका दौरा अहम कड़ी साबित होगा - एडवोकेट किशन भावनानी

गोंदिया - वैश्विक स्तरपर भारत के बारे में यह सोच बनती जा रही है कि भारत हर मौके पर सकारात्मक चौका लगाने से नहीं चूकता और उसकी सोच छक्के लगाने की ओर बढ़ती चली जाती है। जी हां ! दुनिया बिल्कुल ठीक सोच रही है, क्योंकि बीते कुछ वर्षों से अनेकों मौके पर, फ़िर कोविड काल में ज़ज्बे और जांबाज़ी से मुकाबला कर वैक्सीनेशन कर फ़िर एक्स्ट्रा करीब 100 देशों को भी सप्लाई किया और फिर अभी जी-20 ग्रुप की अध्यक्षता कर रहा है जिसमें तेजी से नीतियों रणनीतियों के तहत भारत के हर क्षेत्रों को अवसरों की बारिश दे रहा है। अब तो कुछ विरोधों के बावजूद कश्मीर में भी दिनां 22 से 24 मई 2023 को जी-20 की बैठक होना निश्चित हो गई हैहालांकि पड़ोसी और विस्तारवादी मुल्कों को मिर्ची लगी है, परंतु  भारत को उससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा क्योंकि कश्मीर हमारा घरेलू मामला है। अब दिनांक 10-16 अप्रैल 2023 को माननीय केंद्रीय वित्तमंत्री और आरबीआई के गवर्नर का दलबदल सहित अमेरिका दौरा जी-20 के वित्त मंत्रियों और सेंट्रल बैंक के गवर्नर की दूसरी बैठक 12 अप्रैल 2023 को और विश्व बैंक समूह (डब्ल्यूबीजी) अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की बैठक में भाग लेना, प्रमुख वित्तीय अंतरराष्ट्रीय संगठन, गोष्ठियों, गोलमेज बैठकों, विश्व के थिंकटैंक और अर्थशास्त्रियों के साथ संवाद सहित अनेकों कार्यक्रमों में हिस्सा लेकर भारत के लिए अर्थ ज्ञान का सागर लेकर उसपर अपनी नीतियों रूपी नाव चला कर भारत को विश्व की तीसरी अर्थव्यवस्था बनाने में एक सफ़ल आगाज़ होगा। चूंकि माननीय एफएम का अमेरिका दौरा एक महत्वपूर्ण दौरा है इसलिए आज हम इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में उपलब्ध जानकारी के सहयोग से इस आर्टिकल के माध्यम से चर्चा करेंगे, विश्व की तीसरी अर्थव्यवस्था बनने चल पड़ा है मेरा भारत देश। 

साथियों बात अगर हम माननीय एफएम के 10-16 अप्रैल 2023 को अमेरिका दौरे की करें तो, वित्त मंत्रालय ने एक बयान जारी कर कहा था कि वित्तमंत्री अमेरिका में जी-20 बैठक की मेजबानी करेंगी। साथ ही विश्व बैंक समूह (डब्ल्यूबीजी), अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) की बैठकों में भाग लेंगी। आईएमएफ की वसंतकालीन सालाना बैठकों के दौरान, वित्त मंत्री जी-20 देशों के अपने समकक्षों और प्रमुख अंतरराष्ट्रीय संगठनों सहित अन्य प्रतिनिधिमंडलों के प्रमुखों के साथ भारत की जी-20 अध्यक्षता के तहत आपसी हित और सहयोग के मुद्दों और विभिन्न क्षेत्रों के बारे में चर्चा करेंगी। दूसरी जी-20 एफएमसीबीजी बैठक में तीन सत्र होंगे जिनमें वैश्विक अर्थव्यवस्था और अंतर्राष्ट्रीय वित्तीय संरचना, सतत वित्त, वित्तीय क्षेत्र और वित्तीय समावेश तथा अंतर्राष्ट्रीय कराधान शामिल है। इन सत्रों का खाद्य और ऊर्जा असुरक्षा का समाधान करना, वैश्विक ऋण कमजोरियों को प्रबंधित करना, बहुपक्षीय विकास बैंकों (एमडीबी) को मजबूत करना, जलवायु कार्रवाई के लिए वित्त जुटाना, वित्तीय समावेश प्रक्रिया को आगे बढ़ाना और अंतर्राष्ट्रीय कर और वित्तीय प्रगति में तेजी लाना आदि विषयों पर विचार-विमर्श करना होगा। बैठक में भारत की जी-20 वित्त ट्रैक कार्ययोजना के तहत परिकल्पित परिणामों पर हुई प्रगति का जायजा भी लिया जाएगा।दूसरी जी20 एफएमसीबीजी बैठक इस वर्ष जुलाई में गांधीनगर में होने वाली तीसरी जी20 एफएमसीबीजी बैठक के लिए जी20 भारत वित्त ट्रैक कार्ययोजना की तैयारी की दिशा में प्रयासों को आगे बढ़ाएगी। इन बैठकों से, राजनेताओं की घोषणा के लिए वित्त ट्रैक में योगदान देने की उम्मीद है, जिसे सितंबर 2023 में नई दिल्ली शिखर सम्मेलन में अंगीकार किया जाएगा। इसके अलावा वित्तमंत्री  वाशिंगटन में कुछ द्विपक्षीय बैठकों और निवेश सत्रों के साथ अन्य संबंधित बैठकों में भी शामिल होंगी। यात्रा के दौरान दुनिया भर के अर्थशास्त्रियों, उद्यमियों, थिंक टैंक औरनिवेशकों से भी उनकी मुलाकात होगी। वित्तमंत्री भारतीय समुदाय के लोगों से भी मिलेंगी। केंद्रीय वित्त मंत्री 10 अप्रैल को पीटरसन इंस्टीट्यूट ऑफ इंटरनेशनल इकोनॉमिक्स (पीआईआईई) में एक फायरसाइड चैट में भी भाग लिया।14 अप्रैल को क्रिप्टो परिसंपत्तियों के वृहद्-वित्तीय प्रभाव पर एक उच्च-स्तरीय संगोष्ठी आयोजित की जाएगी। इसमें क्रिप्टो परिसंपत्तियों के वृहद्-वित्तीय निहितार्थों की समीक्षा की जाएगी और लाभ उठाने तथा जोखिमों को कम करने से जुड़ी नीतियों पर चर्चा की जाएगी। इनके अलावा वित्त मंत्री 14 अप्रैल को आईएमएफ द्वारा आयोजित ‘डिजिटल सार्वजनिक अवसंरचना (डीपीआई)  के लाभ’ विषय पर एक उच्च-स्तरीय संगोष्ठी में भी भाग लेंगे। संगोष्ठी का उद्देश्य डीपीआई की परिवर्तनकारी शक्ति और इसकी क्षमता को अधिकतम करने के तरीकों के साथ-साथ भारत और अन्य देशों के अनुभवों पर चर्चा करना है। यात्रा के दौरान भारत, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष और विश्व बैंक द्वारा 12 अप्रैल, 2023 को वैश्विक सॉवरेन ऋण गोलमेज बैठक की सह-अध्यक्षता की, जिसमें वर्तमान वैश्विक ऋण परिदृश्य और ऋण पुनर्संरचना की मौजूदा चुनौतियों का समाधान करने के तरीकों पर चर्चा हुई। एफएम 15 अप्रैल को एमडीबी को मजबूत करने के लिए जी20 विशेषज्ञ समूह के साथ भी बैठक करेंगी, जिसमें सतत विकास लक्ष्यों और सीमा पार की चुनौतियों के वित्तपोषण के सन्दर्भ में 21वीं सदी के लिए एक अद्यतन एमडीबीइकोसिस्टम की आवश्यकता पर चर्चा की जायेगी। है।आईएमएफ-डब्ल्यूबी वसंतकालीन बैठकों के दौरान आयोजित होने वाले अन्य कार्यक्रमों में ‘उद्यमियों और अग्रणी व्यक्तियों के रूप में महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण को बढ़ावा’ विषय पर एक कार्यक्रम 13 अप्रैल को, जलवायु परिवर्तन से मुकाबले के लिए व्यावहारिक बदलाव पर ‘लाइफ’ (पर्यावरण के लिए जीवन शैली) कार्यक्रम 14 अप्रैल, को और श्रीलंका के लिए ऋण पुनर्संरचना वार्ता प्रक्रिया का शुभारंभ भी 13 अप्रैल किया जायेगा। इसके अतिरिक्त विश्व बैंक विकास समिति और आईएमएफ समिति के पूर्ण सत्र, विश्व के अर्थशास्त्रियों और थिंक-टैंक के साथ संवाद, विभिन्न देशों और अंतरराष्ट्रीय संगठनों के साथ द्विपक्षीय विचार-विमर्श, गोलमेज बैठकों में वैश्विक व्यापार जगत के प्रतिनिधियों और निवेशकों के साथ संवाद और भारतीय प्रवासियों के साथ बातचीत भी करेंगी। 

अतः अगर हम उपरोक्त विवरण का अध्ययन कर उसकाविश्लेषण करें तो हम पाएंगे कि भारत का वैश्विक अर्थव्यवस्थाओं का लीडर बनने का आगाज़ ।विश्व कीतीसरी अर्थव्यवस्था बनने चल पड़ा है मेरा भारत देश ! विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने में एफएम का 10 -16 अप्रैल 2023 अमेरिका दौरा अहम कड़ी साबित होगा।

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कर विशेषज्ञ स्तंभकार एडवोकेट किशन सनमुख़दास भावनानी गोंदिया महाराष्ट्र
कर विशेषज्ञ स्तंभकार एडवोकेट किशन सनमुख़दास भावनानी गोंदिया महाराष्ट्र
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