भारतीय नारी सब पर भारी- Kavita
July 06, 2023 ・0 comments ・Topic: kishan bhavnani poem
भावनानी के भाव
भारतीय नारी सब पर भारी
पुरुषों से कम नहीं है आज की भारतीय नारीव्यवसाय हो या कंपनी इन्होंने ही बाज़ी मारी
साहस ज़ज्बे का शौर्य है भारतीय नारी
भारतीय नारी सब पर भारी
गृहणी के साथ-साथ अनेक जिम्मेदारी है धारी
किसी भी विपत्ति में कभी हिम्मत नहीं हारी
मां बेटी बहन पत्नी की निभाई जिम्मेदारी
भारतीय नारी सब पर भारी
संवेदनशीलता सहिष्णुता की मूरत है नारी
धैर्य मेहनती इमानदारी की प्रतीक है नारी
हर रूप में रिश्तो के बंधन को निखारी
भारतीय नारी सब पर भारी
कार्यबल जिम्मेदारी जवाबदेही में प्राथमिकता धारी
सफ़लताओं से हर क्षेत्र में बाज़ी मारी
रिश्ते नाते स्थितियों में खूब समझदारी धारी
भारतीय नारी सब पर भारी
नारी को सशक्त बनाने शासकीय कोशिश जारी
नारी कार्यबल पर अलोकेशन कर दो भारी
नारी शुरू कर दे भविष्य बनाने की तैयारी
भारतीय नारी सब पर भारी
रिश्ते नाते स्थितियों में खूब समझदारी धारी
भारतीय नारी सब पर भारी
नारी को सशक्त बनाने शासकीय कोशिश जारी
नारी कार्यबल पर अलोकेशन कर दो भारी
नारी शुरू कर दे भविष्य बनाने की तैयारी
भारतीय नारी सब पर भारी
About author
कर विशेषज्ञ स्तंभकार एडवोकेट
किशन सनमुख़दास भावनानी
गोंदिया महाराष्ट्र
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