गीत नया गाता हूं गीत नया गाता हूं।।

गीत नया गाता हूं गीत नया गाता हूं।।

गीत नया गाता हूं गीत नया गाता हूं।।

1-निश्चय निश्चित निष्छल काल दौर स्वीकारता कर्तव्य परम्परा के दायरे में सिमटना नही चाहता युग के साथ स्वछंद दौर को पुकारता काल कि स्वछंद चाल चरित्र मैं गाता हूँ।।
गीत नया गाता हूं गीत नया गाता हूं।।

2-युग मे मानव मानवता को पुकारता अपनी प्रतिष्ठा परिचय पहचान कि नव परिभाषा पराक्रम को बुलाता काल कि पुकार पराक्रम प्रवाह मैं सुनाता हूँ।।
गीत नया गाता हूं गीत नया गाता हूं।।

3-काल अपने पल प्रहर में चाहता नव उत्साह का सांचार मुल्यों के नव पराक्रम का अवतार काल कि इच्छा और परीक्षा का भाष्य मैं गाता हूँ।।
गीत नया गाता हूं गीत नया गाता हूं।।

4-युग मे मानव मूल्यों के कदमो की आहट से ही काल की पहचान काल सिद्ध का ही सिंद्धान्त काल के सिद्ध सिंद्धान्त का वर्तमान स्वर साम्राज्य मैं सुनाता हूँ।।
गीत नया गाता हूं गीत नया गाता हूं।।

5-युग मे मानव पराक्रम का प्रथम पग नव अध्याय आयाम युग चेतना के काल जागृति का भाव भंगिमा मैं सुनाता हूँ ।।
गीत नया गाता हूं गीत नया गाता हूं।।

6-युग मे भाग्य भगवान आत्म शक्ति का प्रतिनिधि प्रतिबिंबित असम्भव के संम्भव का शंखनाद काल युग गूंज अनुगूंज मैं सुनाता हूँ।।
गीत नया गाता हूं गीत नया गाता हूं।।

7-युग मे अकेला निराला अपनी धुन ध्येय का मतवाला कर्म धर्म परम्परा में विकृतियों का प्रहारक काल इच्छा परीक्षा का संवाहक का सत्य सोपान मैं कराता हूँ।।
गीत नया गाता हूं गीत नया गाता हूं।।

8-काल के प्रवाह में छड़ भंगुर जीवन का सफल साक्ष्य साकार कि निराकार कीर्ति का वर्तमान प्रेरणा का मार्ग मैं दिखाता हूँ ।।
गीत नया गाता हूं गीत नया गाता हूं।।

9-बदलते भूगोल समाज संस्कार काल कि नियत नीति नही काल स्वंय ही अपने नित्य निरंतर गति चाल में प्राणि प्राण व्यवहार का नाम काल खंड के नाम वर्तमान श्रेय भविष्य के नव श्रेयांश जगाता हूँ।।
गीत नया गाता हूं गीत नया गाता हूं।।

10-समाज सीमित राष्ट्र अंतराष्ट्र सीमित काल कि पहचान परिभाषा का पराक्रम राष्ट्र अंतराष्ट्र समाज जाति से परे अवनि आकाश के स्वछंद सौर्य सूर्य का उजियार मे दिखाता हूँ ।।
गीत नया गाता हूं गीत नता गाता हूं।।

11-मानव जीवन काल समय भाग्य भगवान समान हानि लाभ यश अपयश काल के नाम बदल देता काल कि विविध विधाता के आयाम युग काल का अभिमान मैं बताता हूँ ।।
गीत नया गाता हूं गीत नया गाता हूं।।

12-आशा विश्वास साहस शक्ति सोच दृढ़ता उद्देश्य कि वैधता को कर अंगीकार बढ़ता जाता निर्मम काल को देता चुनौती काल कि चुनौती का महासमर मैं बताता हूँ।।
गीत नया गाता हूं गीत नया गाता हूं।।

13-उत्साह ऊर्जा शत्र उद्देश्य कि दृढ़ता शाश्त्र काल कि चुनौतियों को कर देता दर किनार काल के कपट कपाट बन्द कर देता काल पराक्रम का परतंत्र का तंत्र तांत्रिक जन्म जनमेजय मैं गाता हूँ ।।
गीत नया गाता हूं गीत नया गाता हूं।।

14-युग युगांतर कि प्रेरणा परिभाषा ही अवतार सप्त सत्य के अश्वों पर आरूढ़ सौर्य सूर्य कि दृष्टि का युग दोहराता हूँ।।
गीत नया गाता हूं गीत नया गाता हूं।।

15-परिवर्तन का पल प्रहर ध्रुवी दृढ़ता विश्वास दिग्दर्शक सारथी प्रातः लालिमा उजियार काल समय कि गति वर्तमान इतिहास सुनाता हूँ।।
गीत नया गाता हूं गीत नया गाता हूं।।

16-धर्म ज्ञान कर्म दिग्दर्शक प्रह्लाद असुर कुल गौरव सुर असुर अंतर भेद मिटाता सुर असुर दृष्टि दिशा नीति नियति का काल मैं गाता हूँ।।
गीत नया गाता हूं गीत नया गाता हूं।।

17-अंश वंश के शूलों मध्य पुष्प सुगंध दवनता में देवत्व का प्रादुर्भाव अवतरण गाता हूँ ।।
गीत नया गाता हूं गीत नया गाता हूं।।

18-नमन युग करता युग परिवर्तन प्रवर्तक का मानव धर्म कर्म नैतिकता का महा मानव प्रमाण कुल से सात्विक संग्राम सुनाता हूँ।।
गीत नया गाता हूं गीत नया गाता हूं।।

19-नायक महानायक का ओज तेज सत्य स्वीकार मानवता युग का स्वभिमान मैं सुनाता हूँ ।
गीत नया गाता हूँ गीत नया गाता हूं।।

20-समय सीमा नही आने और गुजर जाने नित्य निरंतर चलते रहने का ना साथ ना ही प्रतीक्षा अपने ध्येय धुन कि मस्ती हस्ती का महानायक मैं गाता हूँ।।
गीत नया गाता हूं गीत नया गाता हूं।।

21-काल खंड कि परिभाषा पराक्रम पुरुष संघ ही जाना पहचाना जाता काल कि कोई स्वंय पहचान नही निरपेक्ष काल का सापेक्ष कालपुरुष बताता हूँ।।
गीत नया गाता हूं गीत नया गाता हूं।।

22-काल खंड खंड में बिभाजित हो जाता बिभाजित करने वाला जब आता काल अस्तित्वहीन हो काल पुरुष में मिल जाता काल पुरुष पुरुषार्थ मैं बताता हूँ ।।
गीत नया गाता हूं गीत नया गाता हूं।।

23-काल निरंतर प्रवाह द्वापर कृष्ण महानायक युग उद्धारक साधारण से असाधारण आत्मा कि परमात्मा चेतन सत्ता का राग सुनाता हूँ ।।
गीत नया गाता हूं गीत नया गाता हूं।।

24-जन्म जीवन आशा विश्वास अभिलाषा प्राणि प्राण कि कर्म काल का संग साथ काल अविरल असीमित निरंतर जन्म जीवन का निर्धारक प्राणि प्राण प्रयाण महाप्रयाण अंतर सुनाता हूँ।।
गीत नया गाता हूं गीत नया गाता हूं।।

25-काल को परिभाषित करने वाले आते जाते काल जीवन कर्म धर्म दायित्व संग्राम से नव आयाम अध्याय दे जाते काल कि विराटता का व्यक्तित्व में दिखता हूँ।।
गीत नया गाता हूं गीत नया गाता हूं।।

26-काल शासन अनुशासन नीति नियम सिंद्धान्त में समाहित नही काल कि गति में हस्तक्षेप नही निर्विकार निर्लिप्त काल कि चाल में विकार प्राणि प्राण का भेद विभेद मैं बातात हूँ।।
गीत नया गाता हूं गीत नया गाता हूं।।

27-निश्चय निश्चित निष्छल काल दौर स्वीकारता कर्तव्य परम्परा के दायरे में सिमटना नही चाहता युग के साथ स्वछंद दौर को पुकारता काल कि स्वछंद चाल चरित्र मैं गाता हूँ।।
गीत नया गाता हूं गीत नया गाता हूं।।

28-युग मे मानव मानवता को पुकारता अपनी प्रतिष्ठा परिचय पहचान कि नव परिभाषा पराक्रम को बुलाता काल कि पुकार पराक्रम प्रवाह मैं सुनाता हूँ।।
गीत नया गाता हूं गीत नया गाता हूं।।

29-काल अपने पल प्रहर में चाहता नव उत्साह का सांचार मुल्यों के नव पराक्रम का अवतार काल कि इच्छा और परीक्षा का भाष्य मैं गाता हूँ।।
गीत नया गाता हूं गीत नया गाता हूं।।

30-युग मे मानव मूल्यों के कदमो की आहट से ही काल की पहचान काल सिद्ध का ही सिंद्धान्त काल के सिद्ध सिंद्धान्त का वर्तमान स्वर साम्राज्य मैं सुनाता हूँ।।
गीत नया गाता हूं गीत नया गाता हूं।।

31-युग मे मानव पराक्रम का प्रथम पग नव अध्याय आयाम युग चेतना के काल जागृति का भाव भंगिमा मैं सुनाता हूँ ।।
गीत नया गाता हूं गीत नया गाता हूं।।

32-युग मे भाग्य भगवान आत्म शक्ति का प्रतिनिधि प्रतिबिंबित असम्भव के संम्भव का शंखनाद काल युग गूंज अनुगूंज मैं सुनाता हूँ।।
गीत नया गाता हूं गीत नया गाता हूं।।

33-युग मे अकेला निराला अपनी धुन ध्येय का मतवाला कर्म धर्म परम्परा में विकृतियों का प्रहारक काल इच्छा परीक्षा का संवाहक का सत्य सोपान मैं कराता हूँ।।
गीत नया गाता हूं गीत नया गाता हूं।।

34-काल के प्रवाह में छड़ भंगुर जीवन का सफल साक्ष्य साकार कि निराकार कीर्ति का वर्तमान प्रेरणा का मार्ग मैं दिखाता हूँ ।।
गीत नया गाता हूं गीत नया गाता हूं।।

35-बदलते भूगोल समाज संस्कार काल कि नियत नीति नही काल स्वंय ही अपने नित्य निरंतर गति चाल में प्राणि प्राण व्यवहार का नाम काल खंड के नाम वर्तमान श्रेय भविष्य के नव श्रेयांश जगाता हूँ।।
गीत नया गाता हूं गीत नया गाता हूं।।

36-समाज सीमित राष्ट्र अंतराष्ट्र सीमित काल कि पहचान परिभाषा का पराक्रम राष्ट्र अंतराष्ट्र समाज जाति से परे अवनि आकाश के स्वछंद सौर्य सूर्य का उजियार मे दिखाता हूँ ।।
गीत नया गाता हूं गीत नता गाता हूं।।मानव जीवन काल समय भाग्य भगवान समान हानि लाभ यश अपयश काल के नाम बदल देता काल कि विविध विधाता के आयाम युग काल का अभिमान मैं बताता हूँ ।।
गीत नया गाता हूं गीत नया गाता हूं।।

37-आशा विश्वास साहस शक्ति सोच दृढ़ता उद्देश्य कि वैधता को कर अंगीकार बढ़ता जाता निर्मम काल को देता चुनौती काल कि चुनौती का महासमर मैं बताता हूँ।।
गीत नया गाता हूं गीत नया गाता हूं।।

38-उत्साह ऊर्जा शत्र उद्देश्य कि दृढ़ता शाश्त्र काल कि चुनौतियों को कर देता दर किनार काल के कपट कपाट बन्द कर देता काल पराक्रम का परतंत्र का तंत्र तांत्रिक जन्म जनमेजय मैं गाता हूँ ।।
गीत नया गाता हूं गीत नया गाता हूं।।

39-काल पल प्रहर संग मानव मन नए अभिलाषा आकाश अंकुरण जन्म जीवन अभिलाषा अंकुरण भाष्य मै गाता हूं।।

40-अभिलाषा आशा प्राप्ति जीवन अभिलाषा उद्देश्य अनंत का जन्म जीवन मूल्य मैं बताता हूँ।।
गीत नया गाता हूं गीत नया गाता हूं।।

41-काल पल प्रहर गति चाल प्राणी अभिलाषा का ही वंन्दन अभिनंदन करता अभिलाषा उत्सर्ग पुनर्जन्म मै सुनाता हू।।
गीत नया गाता हूं गीत नया गाता हूं।।

42-सुनता नही काल कि मार से आहत का क्रंदन श्रवण शांत चित्त कि अभिलाषा चंचलता मैं गाता हूँ।।
गीत नया गाता हूं गीत नया गाता हूं।।

43-काल निरंतर गतिमान जन्म साथ कदम बढ़ाता प्राणि प्रयाण पथ पथिक साधारण प्रयाण जीवन राग मै सुनाता हू।।
गीत नया गाता हूं गीत नया गाता हूं।।

44-महाप्रयाण आत्म सत्ता चेतना परम यात्रा का नही रहता भान भौतिकता में नैतिकता ह्रास का हर्ष विषाद मैं गाता हूँ।।
गीत नया गाता हूं गीत नया गाता हूं।।

45-जन्म जीवन समाज स्वंय स्वार्थ सिद्ध सफल सोपान उच्च शिखर ही सिद्ध सिंद्धान्त स्वंय संतुष्टि का यंत्र तंत्र ही विकल्प प्राणि प्राण का सत्य सार गाता हूँ ।।
गीत नया गाता हूं गीत नया गाता हूं।।

46-काल पल प्रहर संबंधी भाव नेह स्नेह का प्रवाह माया मोह काया का व्यवहार स्वार्थ मै गाता हूं ।।
गीत नया गाता हूं गीत नया गाता हूं।।

47-आत्मिय ईश्वर सत्य भाव नर नारायण यथार्थ नारायण सेवा धर्म अभिप्राय नर नारायण का मर्म सत्य बोध मैं कराता हूँ।।
गीत नया गाता हूं गीत नया गाता हूं।।

48-स्नेह सम्बन्धो से ही अपने चेतना का संग प्रसंग स्वंय सिद्ध योग प्रयोग संबंध समाज स्वयं स्वार्थ का काल मै दिखाता बताता हूं ।।
गीत नया गाता हूं गीत नया गाता हूं।।

49-कर्म फल भोग संबंध सत्संग समाज नैतिक दृष्टि का काल वर्तमान अतीत बताता हूँ।।
गीत नया गाता हूं गीत नया गाता हूं।।

50-इच्छा अभिलाषा भोग मोह माया काया संबंध पल प्रहर जन्म जीवन उद्देश्य अवसर उपलब्धि काल नियति मै गाता हूं ।।
गीत नया गाता हूं गीत नया गाता हूं।।

51-स्वार्थ उद्देश्य अहं टकराव सम्बन्ध अंहकार घर्षण कि जिंगारी ज्वाला का अतीत वर्तमान मैं सुनाता हूँ।।
गीत नया गाता हूं गीत नया गाता हूं।।

52-जन्म साथ काल प्रहर दिवस निशा संध्या प्रभात जीवन शैने शैने होता जाता समाप्त जीवन यथार्थ का दर्पण दिखाता हूं।।
गीत नया गाता हूं गीत नया गाता हूं।।

53-हर जन्म दिवस पर नव जन्म आभास अंत नही विश्वास जन्म जीवन निरंतरता का सत्त्यार्थ धुंध मैं बताता हूँ।।
गीत नया गाता हूं गीत नया गाता हूं।।

54-जन्म दिन उदित उदय सौर्य सूर्य खुशी आशाओं का समाज परिवार पल प्रहर नए सपनो का साथ जीवन राग मै बताता हूं।
गीत नया गाता हूं गीत नया गाता हूं।।

56-जीवन संध्या पूर्णता अपूर्णता के मध्य विखराव का जीवन मूल्य भाव मैं गाता हूँ ।।
गीत नया गाता हूं गीत नया गाता हूं।।

57-आकांक्षाओं के उद्देश्य पथ मिलते बिछुड़ते सम्बन्ध नव आकांकक्षा जन्म उद्देश्यो के बदलते पथ परिणाम संघर्ष संग्राम मै सुनाता हूं ।
गीत नया गाता हूं गीत नता गाता हूं।।

58-स्वार्थ वास्तविकता परमार्थ नर नारायण सत्य छल छद्म का पराक्रम काल का प्रपंच मै सुनाता हूँ ।।
गीत नया गाता हूं गीत नया गाता हूं।।

59-आकांक्षा प्रेम सत्कार इच्छा आशा दृष्टि आकांक्षा पथ जीवन कि पुकार स्वर साज मै बताता हूं।।
गीत नया गाता हूं गीत नया गाता हूं।।

60-आ रहा हूँ मैं समेट लूंगा अपनी काया आकांक्षा आवरण में जन्म जीवन पथ संघर्ष संग्राम मैं गाता हूँ।।
गीत नया गाता हूं गीत नया गाता हूं।।

61-जन्म पल प्रहर काल गति साथ हर सूर्योदय प्रभात नव जन्म जीवन उद्देश्य अनुभूति का भाव मै जगाता हू।।

62-नव पुरुषार्थ जागृति अंतर्मन चैतन्य सत्ता जागता पुरुषार्थ संध्या निशा जीवन कि चीरता में चिर निद्रा अनुभूति जन्म जीवन मूल्य बोध मैं जगाता हूँ।।
गीत नया गाता हूं गीत नया गाता हूं।।

63--शब्द स्वर साथ छोड़ते भावना आकांक्षा तरंग तूफान नही छोड़ते साथजन्म जीवन बीतते पल प्रहर कि दिशा दृष्टि मै दिखाता हूं।।
गीत नया गाता हूं गीत नया गाता हूं।।

64-काल के अधूरे पराक्रम कि अनुभूति अनुभव जीवन सांध्य मैं सुनाता हूँ।।
गीत नया गाता हूं गीत नया गाता हूं।।

About author 

नन्दलाल मणि त्रिपाठी

जीवन परिचय

नाम:-नन्दलाल मणि त्रिपाठी
साहित्यिक नाम:-पीताम्बर
जन्मतिथि:-10/01/1962
जन्मस्थान:- रतनपुरा देवरिया उत्तर प्रदेश
माता का नाम:-स्वर्गीय सरस्वती त्रिपाठी यशोदा
पिता का नाम:-स्वर्गीय वसुदेव मणि त्रिपाठी
शिक्षा:-स्नातकोत्तर
वर्तमान में कार्य:-सेवा निबृत्त प्राचार्य
वर्तमान पता-C-159 दिव्य नगर कॉलोनी पोस्ट-खोराबार जनपद-गोरखपुर पिन-273010
मेल id:-KAVYKUSUMSAHITYA@gmail.com
रुचि- लिखना ,पढ़ना ,ज्योतिष ,धर्म शास्त्र
उपलब्धियां:- नाम-100 पुस्तको का लेखन पूर्ण प्रकाशित एहसास रिश्तो का ,नायक ,कहानी संग्रह ,शुभा का सच,मगरू का चुनाव,अधूरा इंसान प्रकाशन स्तर पर

महत्वपूर्ण कार्य -

सामाजिक गतिविधि--

1-युवा संवर्धन संरक्षण
2-बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ
3-महिला सशक्तिककर्ण
4--विकलांग अक्षम लोंगो के लिये प्रभावी परिणाम परक सहयोग
(अ)
शोधपत्र--
दस विभिन्न विषयों पर
(ब)
अध्ययन एव अतिरिक्त ज्ञान--
आधुनिक ज्योतिष विज्ञानं
(स)
विशेषता ---वक्ता एवम् प्रेरक
(द)
साझा संकलन --पचहत्तर
(य)सम्मान ---
पांच अंतरराष्ट्रीय सम्मान
दो सौ राष्ट्रीय सम्मान बिभिन्न स्तरों पर सांमजिक क्षेत्र में
(र)-
बीस हज़ार से अधिक हताश निराश नवयुवकों को को आत्म निर्भर बनाने का कार्य एव ऐतिहासिक उपलब्धि।
(ल)-
भारतीय बैंकिग उद्योग में अनुकम्पा आधारित नियुक्ति अधिनियम बहाली का संकल्प पूर्ण बहाल अविस्मरणीय उपलब्धि।।
प्राइमरी शिक्षा - रतनपुरा जनपद देवरिया से।
उच्च शिक्षा-गोरखपुर विश्वविद्यालय
माता- स्वर्गीय सरस्वती देवी
पिता-स्वर्गीय बसुदेव मणि त्रिपाठी
विवाह -8 जुन 1986
पत्नी- श्रीमती रेणु त्रिपाठी
पुत्र - जेष्ठ शांडिल्य कनिष्क मणि
कनिष्ठ - प्रशांत मणि शांडिल्य
भाई -बड़े गोपाल मणि त्रिपाठी
छोटा भाई -स्वर्गीय महिपाल मणि त्रिपाठी
आनराष्ट्रीय सम्मय- 1-आदित्य फाउंडेशन श्रीमती शांति देवी पदमा वी पी पद्मा समान
2- एन आर बी फाउंडेशन द्वारा तीन 1-राष्ट्रीय गौरव एवार्ड 2-इंडियन बेस्टीज एवार्ड 3-सर्वश्रेष्ठ ज्योतिष विद 3-साहित्य संचय शोध संवाद फाउंडेशन 4-नेपाल भारत मैत्री वीरांगना फाउंडेशन काठमांडू रौतहट
साझा संकलन---धरोहर ,पिता, गुलमोहर ,अलकनंदा ,एहसास प्यार का, शब्दांजलि ,काव्य सरिता ,सपनो से हकीकत ,जमी आसमान ,काव्य चेतना, शहीद, शांति पथ, काव्य स्पर्श।

प्राप्त सम्मान--अंतररास्ट्रीय 1-नेपाल भारत वीरांगना फाउंडेशन राजेन्द्र नारायण सम्मान 2--एन आर बी फाउंडेशन भव्या इंटरनेशनल इंडियन वेस्टीज अवार्ड-2019 रास्ट्रीय---1-साहित्य सृजन मंच स्वर्गीय विपिन बिहारी मेहरोत्रा सम्मान 2-काव्य सागर यू ट्यूब कहानी प्रतियोगिता सम्मान 3-साहित्य कलश साहित्य रत्न पुरस्कार 4--कशी काव्य संगम उत्कृष्ट रचना धर्मिता सम्मान 5-बृजलोक साहित्य कला संस्कृत अकादमी श्रेठ साहित्य साधक सम्मान 6--साहित्य दर्पण भरतपुर श्रेठ लेखन सम्मान 7-उत्कृष्ट साहित्य सृजन गुलमोहर सम्मान 8-विश्व शांति मानव सेवा समिति विश्व शांति मानव सेवा रत्न सम्मान 9--काव्य रंगोली साहित्य भूषण सम्मान-2018 10-काव्य रंगोली साहित्य सम्मान 11--काव्य स्पर्श काव्य श्री साहित्य सम्मान 12--रास्ट्रीय कवि चौपाल एवम् ई पत्रिका हिंदी ब्लॉक स्टार हिंदी सम्मान-2019 13-राष्ट्रिय कबि चौपाल रामेश्वर दयाल दुबे सम्मान 14-युवा जाग्रति मंच कमलेश्वर साहित्य सम्मान 15-अखिल भारतीय साहित्य परिषद साहित्य भूषण सम्मान 16--अखिल भारतीय साहित्य परिषद साहित्य सम्राट सम्मान 17--अलकनंदा साहित्य सम्मान 18-के बी हिंदी साहित्य समिति नन्ही देवी हिंदी भूषण सम्मान 19--रॉक पिजन सम्मान 20--काव्य रंगोली महिमा मंडन पुरकार 21-काव्य रंगोली व्हॉट्स एप्प पुरस्कार -2018 22-काव्य कुल संसथान अटल शब्द शिल्पी सामान 23-धरोहर साहित्य अक्षत सम्मान 24-काव्य कलश राजेन्द्र व्यथित सम्मान 24-काव्य चेतना सम्मान आदि।
अन्य--साहित्य एक्सप्रेस ग्वालियर द्वारा नन्दलाल मणि त्रिपाठी पीताम्बर विशेषांक मार्च -2019


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