बेटियाँ
बिटिया से घर संसार है,
रौनक घर परिवार है।
सबके बीच की अहम् कड़ी।
प्यार और विश्वास की मूरत है।
खूब पढ़ाओ ,सुखी बनाओ।
उज्जवल भविष्य बनाना
मेरी बेटी मेरी दौलत है।
हर सुख इस पर न्योछावर।
सबकी फिक्र हमेशा करती।
सब का मान ध्यान रखती।
प्यारी सी बोली है इसकी।
सबकी आँख का तारा है।
हर धन से बढ़कर धनवान पिता
वही जिसकी प्यारी सी बेटी है।
हर घर की रौनक बिटिया है।
हर घर की धड़कन है।
खिलखिला के हँसती जब बेटी
घर का हर कोना आनंदित रहता।
पापा दिल की बातों को बस
बेटी के सम्मुख ही कह पाते।
कहीं माँ का साया पिता
बेटी में ही तो पाते हैं।
-----अनिता शर्मा झाँसी
-------मौलिक रचना
हिन्दी साहित्य के प्रसिद्ध कवि एवं शायर चन्द्र प्रकाश गौतम (सी.पी. गौतम) का जन्म 13 अगस्त सन् 1995 को उत्तर प्रदेश के मीरजापुर जनपद के छीतकपुर गाँव में हुआ ।
इनकी प्रारम्भिक शिक्षा गाँव के ही प्राथमिक विद्यालय से शुरू हुई
इन्होंने उच्च शिक्षा स्नातक की पढ़ाई काशी हिन्दू विश्वविद्यालय से की तथा यहीं से हिन्दी साहित्य में परास्नातक की पढ़ाई भी की ।
स्नातक व परास्नातक की परीक्षा प्रथम श्रेणी में उत्तीर्ण की है।
चन्द्र प्रकाश गौतम की हिन्दी साहित्य में विशेष रुचि है ।
इन्होंने कई महत्वपूर्ण कविताओं एवं आलोचनात्मक लेखों का सृजना किया है , जो देश के विभिन्न राज्यों के दैनिक समाचार पत्रों , पत्रिकाओं में प्रकाशित है साथ ही इनकी कुछ रचनाएं भारत के अलावा अमेरिका में भी प्रकाशित हुई हैं
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