लॉक लगा के रखना-अंकुर सिंह
लॉक लगा के रखना
चलो अब हम चलते है।
ख्याल अपना रख लेना।
किए मुझसे वादे पूरे कर
मेरे यादों को बिसरा देना।।
मेरे दिल के प्रेम उमंग तुम,
तुम अपनी राह संवार लेना।
चाह के कभी ना जुड़ सकूं,
ऐसा इंतजाम तुम कर देना।।
प्रेम संग जो तुमसे सपने थे,
अबकी उसे बिखेर कर जाना।
तुम्हारे सपनो में दखल न हो,
सपनो का द्वार बंद कर रखना।
यदि चाहूं तुमसे बातें करना,
अंजान बन मुंह तुम फेर लेना।
जताना चाहूं प्रेम यदि तुमपे,
रोक मुझे, मेरा दिल तोड़ देना।
मुझ बिन अपने खुशियों का,
सुंदर सा जग तुम बसा लेना।
कभी लौट आ ना सकूं वापस,
ऐसा लॉक लगाके तुम रखना।।