सच्चाई सामने जरूर आएगी-जितेन्द्र 'कबीर'
November 30, 2021 ・0 comments ・Topic: poem
सच्चाई सामने जरूर आएगी
नुकसान होगा,सोचकर जो तुमने
कदम खींच लिए अपने
सच्चाई की राह से
तो आस्था तुम्हारी सच्चाई पर
कभी सच्ची न कहलाएगी,
कहानियां गढ़ लो जितनी भी
अपनी तरफ से
सच्चाई आज नहीं तो कल
सबके सामने जरूर आएगी।
मुश्किलें होंगी,
सोचकर जो तुमने
उठाई नहीं अन्याय के खिलाफ
अपनी आवाज,
तो आस्था न्याय पर तुम्हारी
कभी सच्ची न कहलाएगी,
बहाने मजबूरियों के गिना लो
जितने भी अपनी तरफ से
सच्चाई आज नहीं तो कल
सबके सामने जरूर आएगी।
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