Gazal by mainuddin kohri

 ग़ज़ल

Gazal by mainuddin kohri

जब भी ग़ज़ल साया हमारी होगी।

अदीबों में गिनती भी हमारी होगी।


मुल्क में बेरोजगारी की यूँ तादाद ।

ये समस्या तो बड़ी चिंगारी होगी ।।


नेताओं की फिसलती ये जुबानें ।

मुल्क में ये बड़ी महामारी होगी।।


अमन के दीप जलाओ तो सही ।

सदभाव की बरसात जारी होगी।।


आज धुंए से क्यों सांसें घुटती है।

पर्यावरण से दूर ये बीमारी होगी।।


ज्ञान का दीपक जलाए रखियेगा ।

राहें इक दिन तो उजियारी होगी ।।


'नाजीज 'गिरेबां में झांको तो सही।

जमीर ने बुराई सदा नकारी होगी।


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मईनुदीन कोहरी "नाचीज़ बीकानेरी"
 मो-9680868028

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