Satta ki lalsa by Jitendra Kabir
सत्ता की लालसा
बहुत से अस्पताल खोले
और बहुत सी जिंदगियां बचाई,
बहुत से एक्सप्रेस वे बनाए
और रिकार्ड तोड़ संख्या में
सड़कें बनवाई,
यात्रियों को सुविधाएं दी
और बहुत सी नई ट्रेनें चलाई,
अपराधियों को नहीं बख्शा
और उनको कानून की
असली पावर दिखाई,
विकास के नये आयाम
किये स्थापित
और देश में खुशहाली लाई,
एक सरकार के मुखिया ने
अपनी सरकार की उपलब्धियां
कुछ इस तरह सारी गिनवाई,
लेकिन चुनावों के समय
फिर सत्ता में आने के लिए
उसने विभिन्न धर्मों के लोगों को
आपस में लड़ने लड़ाने की
अपनी पुरानी नीति पर ही आस्था जताई,
चुनावी तैयारियों के लिए
जातिगत समीकरणों को साधने में
अपनी विशेष रुचि दिखलाई
और इस तरह उसने अपने ही
चहुंमुखी विकास के दावे को
दरकिनार करते हुए
सत्ता में बने रहने की लालसा के प्रति
अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।