गगन की बुलन्दीयो को छुना- चन्दानीता रावत
January 07, 2022 ・0 comments ・Topic: Chanda_rawat poem
गगन की बुलंदियों को छूना हैं
उड़ना है हमे उड़ना हैगंगन की बुलंदियों को छूना है
आँखो के हसीन ख्वाब को
वास्तविकता कर जीना है
उमंगों से भरे ह्रदय से
फल प्राप्त कर दिखाना है
निश्चय है संकल्प हमारा
अटुट है विश्वास से
जिन्दगी की चुनौतियो को
पार कर जाना है
जिन्दगी के हर मोड़ पर
सतरंगी रुप दिखाना है
उड़ना है हमे उड़ना है
गंगन की बुलंदियों को छूना है
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