नव वर्ष - डॉ. इन्दु कुमारी
January 06, 2022 ・0 comments ・Topic: Dr-indu-kumari poem
नव वर्ष
नववर्ष तो नववर्ष हैअंग्रेजी हो या हिन्दी
मधुमय हो जीवन ये
नई उल्लास के साथ
स्फुरण हो विलक्षण
ऐतिहसिक हो सृजन
सृजनशीलता कसौटी
पल्लवित हो जीवन
उम्मीद के दिये सदा
कर्म के राही बने रहे
पुष्पित फलित होवें
फूलों सा सजे चमन
पूरित हो आकांक्षाएँ
ऐसा नव जीवन पाएँ
दुख की आँधिया भी
तिनका में बिखर जाए
कोरे पन्ने लिखें जल्दी
नव वर्ष तो नववर्ष है
अंग्रेजी हो या हिन्दी।
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