मां शारदे वंदना- डॉ. इन्दु कुमारी
February 14, 2022 ・0 comments ・Topic: Dr-indu-kumari poem
ओ शारदे मां ज्ञान
ओ शारदे मां ज्ञान
की गंगा बहा दे मांमैं हूं अज्ञानी नेह की
कृपा बरसाओ ना
तू ही ज्ञान की देवी हो
आंचल की छाया देना
तेरी सूता खडी राहों में
संग-संग मुझको लगा लेना
ओ वीणा पाणी माँ
शरण में लगा लेना
शक्ति स्वरूपा हो
ज्ञान हम पर बहा देना
भारतीय कहलाती हो
जनमन पर प्यार बरसा देना
अधिष्ठात्री हो सबकी
मेहर सब पर रखना
तू संबल है मेरी
दिव्यचक्षु जीवन की
मैं आई शरण तेरी
राह दिखा जाओ माँ।
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