बटवारो-नाचीज़ बीकानेरी

बटवारो

बटवारो-नाचीज़ बीकानेरी
आंख्या
डब-डब भर
सुबक - सुबक
रोवती मां,
म्हनैं कांई ठा
अ' दिन भी
देखणा पड़सी ।
घणा दौरा
पाळया
छाबड़ै में नागड़ा
आज मूंडो टोडीयो देंई
कर चालै
बोलण रा- इ सांसा ।
म्हारै घर रो
तो
घरकोलियो
कर नाख्यो
म्हारी आंख्यां
रै सामी
अ ' टोगड़िया
लड़सी ।
इय्यै घर नै
दोरो घणो, पेट नै
रोस- रोस सिंच्यो
सजाओ- संवारयो
आज म्हारी
आंख्यां रै सामैं
घर में भींता पड़सी ।
घर रो धणी
सामै बैठो
टुगर-टुगर
जोवै
आंख्यां सूं
टळक-टळक आंसू ।
ठंडो निसखारो
नाख्तो
गळगळो हुय
अबै थारो-म्हारो
बंटवारों भी
हुंवसी .....…... !

नाचीज़ बीकानेरी मो-9680868028

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