होलिका दहन - सचिन राणा

होलिका दहन

होलिका दहन - सचिन राणा "हीरो"
होलिका दहन हमे बताती है कि
बुराई कितनी भी शक्तिशाली हो
लेकिन वक्त की आग उसे जला देती है
सत्य कितना भी कमजोर हो लेकिन
उसका कुछ भी बुरा नहीं होता है।
चाँद तारे छुप गए, बीत गया अंधकार,
धुप सुनहरी देख कर, जाग गया संसार;
दिन आपका गुजरे अच्छा; करते है दुआ हज़ार;
भेज रहे हैं आपको इस संदेश के जरिए ढेर सारा प्यार!
आपको और आपके परिवार को होलिका दहन और होली के पावन अवसर पर मेरी और मेरे परिवार की ओर से हार्दिक शुभकामनाएं..!!
हिन्दू समाज में विभिन्न प्रकार के त्योहार मनाए जाते हैं जिनका अपना – अपना एक मुख्य उद्देश्य तथा महत्व होता है। उसी प्रकार होली भी एक ऐसा त्योहार है जिसको सभी धर्म के लोग मनाते हैं। होली का त्योहार दो दिन का होता है। पहले दिन होलिका दहन और दूसरे दिन दुल्हड़ी का पर्व मनाया जाता है। होलिका का महत्व धार्मिक मान्यताओं के साथ ही वैज्ञानिक भी है। बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक होली पर्व पर लोग एक नई उमंग से भर जाते हैं। होलिका दहन की कथा से होलिका दहन के दिन का पूरा विस्तार स्पष्ट होता है। इसके अलावा होलिका दहन के लिए यह विश्वास भी है, कि जो व्यक्ति होलिक के समक्ष खड़ा होता है, उसके शारीरिक तथा मानसिक जीवाणु भी नष्ट होते हैं

सचिन राणा "हीरो"
एंकर कवि व गीतकार
हरिद्वार उत्तराखंड

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