अपराध की पराकाष्ठा - लाइव कैमरे पर हत्या - आरोपियों का स्वयंभू सरेंडर !

अपराध की पराकाष्ठा - लाइव कैमरे पर हत्या - आरोपियों का स्वयंभू सरेंडर !

अपराध की पराकाष्ठा - लाइव कैमरे पर हत्या - आरोपियों का स्वयंभू सरेंडर !
रोंगटे खड़े खड़े कर देने वाली यूपी घटना से आम जनता हैरान !
पुलिस रिमांड कस्टडी में हाई प्रोफाइल माफिया आरोपियों की मीडिया पीसी के समय हत्या से दुनियां हैरान - एडवोकेट किशन भावनानी
गोंदिया - वैश्विक स्तरपर अपराध हर देश की भीषण समस्या बना हुआ है। दुनिया के सबसे पावरफुल देश से लेकर सबसे छोटे देश तक इस समस्या से ग्रस्त हैं। अमेरिका के राष्ट्रपति ने 15 अप्रैल 2023 को ही गन कल्चर से संबंधित एक बयान दिया है, क्योंकि अक्सर वहां पर देखा जाता है कि भीड़ पर गोलियां चलाई जाती है,तो छोटेदेश भीआपराधिक गतिविधियों से ग्रस्त और चिंतित हैं। परंतु भारत के यूपी प्रयागराज में दिनांक 15 अप्रैल 2023 को देर रात्रि को पुलिस रिमांड कस्टडी में दो हाईप्रोफाइल माफिया आरोपी जिन पर 100 से अधिक क्रिमिनल केस दर्ज हैं, जिनके ऊपर हमले की संभावना के बारे में खुद डीजीपी यूपी ने एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में अंदेशा जताया था, या जिसको छुड़ाने की साजिश में मृतक के लड़के का अंदेशा बताया गया था और उसका एनकाउंटर दो दिन पहले ही हुआ था, जिसे सुपुर्द ए खाक 15 अप्रैल 2023 को ही किया गया था और अब दो उसके पिता और चाचा आरोपी माफियाओं की हत्या पुलिस की मौजूदगी में मीडिया कर्मियों के साथ लाइव पीसी में, जिसमें अशरफ कहते सुनाई दे रहे हैं कि मेन बात तो यह है कि गुड्डू मुस्लिम.... फिर 3 युवकों द्वारा रोंगटे खड़े करने वाली इस स्थिति में इस तरह हत्या कर दी जो भयंकर भयावह और रोंगटे खड़े कर देने वाली है, आम जनता हैरान है तो विपक्ष के एक नेता ने इसे अपराध की पराकाष्ठा बताया।मेरा मानना है कि जिस तरह से मैंने रात्रि 3 बजे तक टीवी चैनलों पर पूरेघटनाक्रम के लाइव फुटेजेस देखें और विश्लेषण किया तो मेरे जीवन में शायद यह पहली ऐसी इतनी हाई प्रोफाइल रोंगटे खड़े करने वाली, आरोपियों की लाइव हत्या देख रहा हूं। सबसे बड़ी बात फुतेजेस जिसमें पुलिस कहीं दिखाई नहीं दे रही है, जब शूटर अपने काम को अंजाम दे रहे थे तब पुलिस आसपास नहीं देखी, जब आरोपियों ने हाथ को ऊपर उठा कर सरेंडर,सरेंडर चिल्लाया तो एक पुलिस वाले ने दो आरोपियों को हाथों से जकड़ा और तीसरे अपराधी जो लेटा हुआ था उसे अन्य पुलिसकर्मियों ने दबोचा पुलिस के हाथों में हथियार नहीं दिखे और गाड़ी में बिठा कर ले गए चूंकि पूरी घटना के फुटेज मैंने टीवी चैनलों पर लाइव देखें इसीलिए आज हम मीडिया में उपलब्ध जानकारी के सहयोग से इस आर्टिकल के माध्यम से चर्चा करेंगे, अपराध की पराकाष्ठा लाइव कैमरे पर हत्या, आरोपियों का स्वयंभू सरेंडर।
साथियों बात अगर हम इस रोंगटे खड़े कर देने वाली विभीषक घटना भयंकर वारदात की करें तो ऐसी संभावना व्यक्त की जा सकती है कि चूंकि दोनों के ऊपर 100 से अधिक केस दर्ज हैं, याने ऐसा अंदाज लगाया जा सकता है या ऐसी संभावना व्यक्त की जा सकती है कि अंदाजी 500 से अधिक पीड़ित उनसे द्वेष रखते होंगे और इस घटना को अंजाम दिए जाने की संभावना है? या कोई और एंगल भी हो सकता है जो जांच का विषय है। सारी हकीकत जांच से सामने आएगी। परंतु ऐसा प्रतीत होता है कि यूपी में कुछ दिनों तक भयानक शब्द बाण, बयानों, आंदोलनों, विरोधों राजनैतिक शाब्दिक बाजाबाची की संभावना बनी रहेगी, जिसका असर आने वाले स्थानीय निकायों पर भी पड़ने की संभावना है और सरकार के लिए कुछ परेशानी का कारण या सबब बन सकने की संभावना है।
साथियों बात अगर हम दिनांक 15 अप्रैल 2023 को देर रात्रि हुई घटना को मैंने टीवी चैनलों पर देख कर अपनी रिपोर्ट बनाई कि, माफिया से नेता बने दो आरोपियों जिसमें हाल ही में एक मामले में उम्र कैद की सजा मिली थी, की भारी पुलिस सुरक्षा और मीडिया कर्मियों के बीच हत्या कर दी गई। इस हत्या ने देशभर में सनसनी फैला दी है।दोनों की हत्या में शामिल तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है और पूछताछ जारी है।तीनों हमलावर मीडिया कर्मी बनकर आए थे और ताबड़तोड़ गोलियां चलाने लगे। सरेआम हत्या के बाद प्रयागराज में हाई अलर्ट घोषित कर दिया गया है। साथ ही धारा 144 भी लागू कर दी गई है। विवेचक के तौर पर यही पुलिस थानेदार ही आरोपियों को पुलिस जीप में जगह-जगह ले जाकर मेडिकल और तलाशी करवा रहे थे।शनिवार को भी उनको जिस खंडहर नुमा इलाके में ले जाकर पिस्तौल और कारतूस बरामद करवाई गई, वहां यही थानेदार ही मौजूद थे।सीएम ने हाई लेवल की मीटिंग में डीजीपी और एडीजी देर रात सीएम आवास पहुंचे हैं।
मौके पर यूपी एसटीएफ और फॉरेंसिग टीम भी पहुंच गई है
सीएम के एडवाइजर भी सीएम आवास पहुंचे हैं।मौके पर स्वाट कमांडो भी पहुंच गए हैं।प्रयागराज के काल्विन हॉस्पिटल में इनका मेडिकल के लिए लाया गया था जहां पर एक बाइक पर 3 लोग सवार थे जिन्होंने करीब से गोली मारी है मौके पर तीन बंदूक भी बरामद हुई है और कारतूस भी साथी बाइक सवार एक रिपोर्टर बन कर आए थे।जिनके बाइक के पास से एक कैमरा और एक माइक आईडी भी बरामद हुआ है। सीएम ने प्रयागराज की घटना का संज्ञान लेते हुए पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच के आदेश दिए हैं। सीएम ने तीन सदस्य जुडिशल कमिशन (न्यायिक जांच आयोग) के गठन के निर्देश भी दिए है। सीएम ने हाई लेवल बैठक के बाद 17 पुलिस वालो कों ससपेंड किया गया। ये कर्मी आरोपियों की सुरक्षा में तैनात थे। सूत्रों के अनुसार, प्रयागराज में इंटरनेट सेवा बंद करने का निर्णय लिया गया।इस हत्याकांड पर आलाधिकारी विशेष विमान से प्रयागराज पहुंच चुके हैं। डीजीपी स्पेशल डीजी क़ानून व्यवस्था, प्रमुख सचिव गृह देर रात तक प्रयागराज पहुंच गए है। बेटे के जनाजे पर न जाने पाने को लेकर आरोपियों का आखिरी बयान यह था कि पिता मीडिया से कहते दिखा, 'नहीं ले गए, तो नहीं ले गए, मेन बात तो यह है कि गुड्डू मुस्लिम.. बस इसी दौरान सरपर गोलियों से हमला कर दिया गया, जिससे उसकी मौत हो गई। यूपी पुलिस के डीजीपी का सख्त आदेश, अफवाह फैलाने वाले और भड़काऊ पोस्ट करने वालों पर होगी सख्त कार्रवाई।
साथियों बात अगर हम इस घटना के संबंध में पक्ष-विपक्ष के नेताओं की टिप्पणियों और बयानों की करें तो पक्ष के नेताओं ने कहा, मैं इतना कह सकता हूं कि अभी सरकार का पक्ष आना बाकी है, यह गैंगवार है या क्या है यह जांच के बाद ही सामने आएगा। यूपी सरकार की नीति अपराध के प्रति जीरो टॉलरेंस है। आधिकारिक बयान का इंतजार करना चाहिए। दूसरे ने कहा कि हम इस घटना की तह तक जाएंगे, हमने इस घटना को गंभीरता से लिया है, मुझे नहीं लगता पुलिस से कोई चूक हुई है, घटना कैमरे के सामने हुई, इसमें कुछ छिपाने की जरूरत नहीं है, उसने हत्या की आशंका इसलिए जताई थी क्योंकि वो कुख्यात अपराधी था
यूपी सरकार के मंत्री ने कहा, पाप-पुण्य का हिसाब इसी जन्म में होता है। एक सांसद ने कहा, आरोपियों की हत्या हुई है, ये निराशाजनक है।ये क्यों और कैसे हुआ ये जांच का विषय है। अपने लंबे आपराधिक काल में इन दोनों ने जाने कितनों की हत्या या अपहरण किया होगा। ये बहुत बड़ा विषय है कि इनपर किसने हमला किया है।
साथियों विपक्ष ने कहा कि, दोनों आरोपियों की हत्या पर यूपी की मुख्य क्षेत्रीय पार्टी चीफ़ ने ट्वीट किया, यूपी में अपराध की पराकाष्ठा हो गयी है और अपराधियों के हौसले बुलंद हैं। जब पुलिस के सुरक्षा घेरे के बीच सरेआम गोलीबारी करके किसीकी हत्या की जा सकती है तो आम जनता की सुरक्षा का क्या। इससे जनता के बीच भय का वातावरण बन रहा है, ऐसा लगता है कुछ लोग जानबूझकर ऐसा वातावरण बना रहे हैं। संसद में प्रमुख विपक्षी दल नेता नेता ने कहा, मैं देख रहा हूं कि आरोपियों को गोली मार दी गई, पुलिस की मौजूदगी में, यह सब कुछ समझ आ रहा है. मैं मांग कर रहा हूं कि निष्पक्ष जांच होनी चाहिए, यह सभी लोग समझ रहे हैं कि क्या हुआ है। एक अन्य पार्टी के चीफ ने बयान दिया, जिस समाज में हत्यारे हीरो होते हैं, उस समाज में कोर्ट और इंसाफ़ के सिस्टम का क्या काम दोनों आरोपी पुलिस की हिरासत में थे, उन पर हथकड़ियां लगी हुई थीं.m, दोनों की हत्या सीएम के क़ानून व्यवस्था की नाकामी है। एनकाउंटर राज का जश्न मनाने वाले भी इस हत्या के ज़िम्मेदार हैं। एक अन्य क्षेत्रीय दल के नेता ने कहा किसी की सहानुभूति आरोपियों के साथ नहीं है, लेकिन मानवीय तौर पर देखा जाए तो किसी की भी इस तरह हत्या होना ठीक नहीं है। सीएम जी को जवाब देना चाहिए कि जब एनकाउंटर होता है तो पुलिसकर्मियों की पीठ थपथपाते हैं, क्योंकि पुलिस वालों की जिम्मेदारी बनती है कि वो अपराधी को सजा दिलवाएं।ग्राउंड पर कानून का कोई राज नहीं है। सीएम खुद इस तंत्र में शामिल हैं, आज उनकी खुद की जवाबदेही बनती है।
साथियों बात अगर हम यूपी में सुरक्षा व्यवस्था की करें तो संवेदनशील इलाकों में पुलिस की गश्त लगातार शुरू है। सुरक्षा एजेंसियों की चारों तरफ नजर, व्यवस्था और कानून व्यवस्था बनाने की पुरजोर कोशिश शुरू है।
अतः अगर हम उपरोक्त पूरे विवरण का अध्ययन कर उसका विश्लेषण करें तो हम पाएंगे किअपराध की पराकाष्ठा - लाइव कैमरे पर हत्या - आरोपियों का स्वयंभू सरेंडर ! रोंगटे खड़े खड़े कर देने वाली यूपी घटना से आम जनता हैरान ! पुलिस रिमांड कस्टडी में हाई प्रोफाइल माफिया आरोपियों की मीडिया पीसी के समय हत्या से दुनिया हैरान है।

About author

कर विशेषज्ञ स्तंभकार एडवोकेट किशन सनमुख़दास भावनानी गोंदिया महाराष्ट्र
कर विशेषज्ञ स्तंभकार एडवोकेट किशन सनमुख़दास भावनानी गोंदिया महाराष्ट्र
Next Post Previous Post
No Comment
Add Comment
comment url