सृष्टि के स्वर्ग पर तीर्थयात्रा कर पुण्य कमाएं
आओ सृष्टि के स्वर्ग पर तीर्थयात्रा कर पुण्य कमाएं
श्री पावन अमरनाथजी की पवित्र गुफ़ा की वार्षिक तीर्थयात्रा 1 जुलाई से 31अगस्त 2023 तक होगी - रजिस्ट्रेशन 17 अप्रैल 2023 से शुरू
श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड की 44 वीं बैठक में राज्यपाल द्वारा समीक्षा और सुबह शाम की आरती (प्रार्थना) का सीधा प्रसारण का निर्णय सराहनीय - एडवोकेट किशन भावनानीगोंदिया - बचपन से हम बड़े बुजुर्गों बुद्धिजीवियों महात्माओं से सुनते और बाल्यकाल से ही किताबों में पढ़ते आ रहे हैं कि धरती पर एक स्वर्ग, जन्नत है तो वह जम्मू कश्मीर है! बस! फिर क्या, मस्तिष्क में आ ही जाता है कि जन्नत की सैर कर लें! वैसे तो हम दादा-दादी नाना-नानी बुजुर्गों से स्वर्ग-नरक जन्नत-जहन्नम के किस्से कहानियां सुनते ही आ रहे हैं परंतु यह मानव जीवन जब त्यागा जाता है तो फ़िर कर्मों के अनुसार जन्नत-जहन्नम स्वर्गनरक के द्वार से वहां जा सकते हैं, ऐसा ही बताया जाता है परंतु यहां तो जीते जी ही स्वर्ग के दर्शन हो रहे हैं, यहां नर्क जहन्नुम का नामोनिशान नहीं है फ़िर तो स्वाभाविक रूप से ही हर व्यक्ति इस स्वर्ग में जाना पसंद करेगा।
साथियों यूं तो वहां जाने के लिए किसी मौके की तलाश नहीं है परंतु अगर मौका बन आए तो सोने पर सुहागा मानाजाता है, जिसकी घोषणा दिनांक 14 अप्रैल 2023 को देर शाम की गई है। वह मौका है पावन श्री अमरनाथजी की पवित्र गुफ़ा की वार्षिक तीर्थ यात्रा जो 1 जुलाई से 31 अगस्त 2023 तक 62 दिनों के लिए निर्धारित की गई है। जिसका रजिस्ट्रेशन 17 अप्रैल 2023 से शुरू हो जाएगा, जिसका इंतजार कई दिनों से भक्तगण कर रहे थे। चूंकि स्वर्ग का दर्शन सृष्टि पर करने और पवित्र गुफा में शिवलिंग का दर्शन करने का एक साथ अवसर प्राप्त होने की तारीखें घोषित हो चुकी है,इसीलिए आज हम इलेक्ट्रॉनिक मीडिया मेंउपलब्ध जानकारी के सहयोग से इस आर्टिकल के माध्यम से चर्चा करेंगे, आओ सृष्टि के स्वर्ग पर तीर्थ यात्रा कर पुण्य कमाएं।
साथियों बात अगर हम पावन श्री अमरनाथ की पवित्र गुफ़ा की वार्षिक तीर्थयात्रा करें तो, सरकार ने शुक्रवार देर रात शेड्यूल जारी किया। यह यात्रा 62 दिनों तक चलेगी। यात्रा के लिए 17 अप्रैल से ऑफलाइन और ऑनलाइन मोड के माध्य से रजिस्ट्रेशन शुरू होंगे. केंद्रीय गृह मंत्री ने गुरुवार को ही जम्मू-कश्मीर को लेकर सुरक्षा की समीक्षा की थी इस बैठक में केंद्रीय गृह सचिव जम्मू-कश्मीर के डीजीपी और अन्य वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे। उपराज्यपाल की अध्यक्षता में एसएएसबी की 44वीं बैठक के दौरान सदस्यों और अधिकारियों ने श्री अमरनाथजी यात्रा-2023 के विभिन्न पहलुओं की समीक्षा की,जिसमें पंजीकरण,हेलीकाप्टर सेवाओं का प्रावधान, सेवा प्रदाता, शिविर, लंगर और यात्रियों के लिए बीमा कवर शामिल हैं। उधर उपराज्यपाल ने पवित्र तीर्थयात्रा और पंजीकरण की तारीखों का ऐलान करते हुए कहा कि प्रशासन सुचारू और परेशानी मुक्त तीर्थ यात्रा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। साथ ही उन्होंने कहा कि हम आने वाले सभी श्रद्धालुओं और सेवा प्रदाताओं को सर्वश्रेष्ठ स्वास्थ्य सेवा और अन्य आवश्यक सुविधाएं प्रदान करेंगे।तीर्थयात्रा शुरू होने से पहले दूरसंचार सेवाओं को चालू कर दिया जाएगा, इसके लिए अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिए हैं। यात्रा पहलगाम ट्रैक से और गांदरबल जिले के बालटाल से एक साथ शुरू होगी। श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड दुनिया भर के भक्तों के लिए सुबह और शाम की आरती का सीधा प्रसारण करेगा। यात्रा, मौसम और कई सेवाओं का ऑनलाइन लाभ उठाने के लिए श्री अमरनाथ जी यात्रा का ऐप गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध कराया गया है। अमरनाथ यात्रा 2023 सीमा सड़क संगठन के अधिकारियों ने प्रेस में बताया यात्रा मार्ग को साफ करने और उसे यात्रा योग्य बनाए जाने के लिए 200 से ज्यादा श्रमिक काम में जुटे हुए हैं। पवित्र गुफा मार्ग पर बर्फ हटाने का काम भी तेजी से जारी है। तैयारियों को प्रशासन ने अंतिम रूप देना शुरु कर दिया है। सीमा सड़क संगठन को निर्देश दिया गया है कि वह चंदनबाड़ी - पवित्र गुफा मार्ग पर पर 20 मई तक बर्फ हटाने का काम पूरा करें। एक जानकारी के अनुसार,जिला उपायुक्तअनंतनाग नें मीरबाजार स्थित एफसीआई गोदाम परिसर में और काजीगुंड स्थित अखरोट फैक्टरी में यात्रा शीविरों का जायजा लिया। जिला उपायुक्त बांडीपोर ने शादीपोरा स्थित यात्री शीविर का जायजा लिया। जिला उपायुक्त अनंतनाग ने आज मीरबाजार स्थित खाद्य निगम गोदाम परिसर में स्थित यात्री शीविर और अखरोट फैक्टरी काजीगुंड में यात्री शीविर का जायजा लिया। इसके बाद उन्होंने पहलगाम विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी, सीमा सड़क संगठन के अधिकारियों व यात्रा प्रबंधों से संबधित अधिकारियों के साथ बैठक की।पहलगाम विकास प्राधिकरण के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ने प्रेस में बताया कि यात्रा के लिए पौनी स्टेशन भी बनाया जा रहा है,जहां से यात्री अपनी सुविधानुसार घोड़े-खच्चर की सेवा प्राप्त कर सकेंगे। इसके अलावा हैलीपैड की मरम्मत भी अंतिम चरण मे है। यात्रा मार्ग पर चिह्नित स्थानों पर शौचालयों की संख्या भी बढ़ाई जाएगी। वाहनों की पार्किंग के लिए स्थान भी अगले सप्ताह तक चिह्नित कर लिए जाएंगे और यात्रा मार्ग कीकार्ययोजना को अंतिम रूप दिया जाएगा।श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड (एसएएसबी) दुनिया भर के भक्तों के लिए सुबह और शाम की आरती (प्रार्थना) का सीधा प्रसारण भी करेगा। यात्रा, मौसम और कई सेवाओं का ऑनलाइन लाभ उठाने के लिए रियल टाइम जानकारी प्राप्त करने के लिए श्री अमरनाथजी यात्रा का ऐप गूगल प्ले स्टोर पर उपलब्ध करा दिया गया है। यात्रा की घोषणा करने के दौरान जम्मू कश्मीर के उपराज्यपाल ने कहा कि प्रदेश सरकार सुचारू व परेशानी मुक्त तीर्थ यात्रा सुनिश्चित करने के लिए प्रतिबद्ध है। उन्होंने कहा कि हम आने वाले सभी श्रद्धालुओं और सेवाप्रदाताओं को सर्वश्रेष्ठ स्वास्थ्य सेवा और अन्य आवश्यक सुविधाएं प्रदान करेंगे। तीर्थयात्रा शुरू होने से पहले दूरसंचार सेवाओं को चालू कर दिया जाएगा।
साथियों बात अगर हम अमरनाथ यात्रा के लिए आवश्यकदस्तावेजों की करें तो,यात्रा पर जाने से पहले अपने दस्तावेज़ अपने पास रखें । अमरनाथ यात्रा पर जाने के लिए सभी भक्तों को रजिस्टर करना अनिवार्य है। इसके लिए, एसएएसबी (अमरनाथ श्राइन बोर्ड) द्वारा अधिकृत डॉक्टर से अपना मेडिकल फिटनेस प्रमाण पत्र लें, जो यह बताता है कि आप शारीरिक रूप से अमरनाथ यात्रा करने के लिए फिट हैं।यात्रा के दौरान आपको जिन आवश्यक दस्तावेज़ों की ज़रूरत होगी | अपनी पहचान के लिए वोटर आई.डी.,ड्राइविंग लाइसेंस, पासपोर्ट, आदि लेकर जाए।
साथियों बात अगर हम शारीरिक स्वास्थ्य आवश्यकताओंकी करें तो यदि हम इस यात्रा को शुरू करने की बहुत इच्छा रखते हैं, तो हमको शारीरिक रूप से फिट होने की आवश्यकता है।यात्रा शुरू करने से पहले लगभग 2 से 3 सप्ताह तक हर रोज कम से कम 6 किलोमीटर पैदल चलें और कुछ आसान लेकिन महत्वपूर्ण गतिविधियों से खुद को तैयार करें | गहरी साँस लेने के व्यायाम से भी मदद मिलेगी। यदि आप फेफड़ों के रोगों, हाई ब्लड प्रेशर और हृदय रोग से पीड़ित हैं, तो अमरनाथ यात्रा पर जाने से पहले डॉक्टर की राय लेना ठीक रहेगा। अमरनाथ की गुफाएँ 13,500 फीट की ऊँचाई पर हैं जहाँ मौसम बहुत ही कठोर होता है | हवा का दबाव कम है और हम तेज़ यू.वी. विकिरणों के संपर्क में रहते हैं। इसलिए, हमको जी मचलना, सिरदर्द, उल्टी और सांस लेने में कठिनाई जैसी समस्याएं महसूस हो सकती हैं।यदि हमको किसी भी तरह की बीमारी है को अपने साथी ट्रेकर्स और अधिकारियों को बताएं । इस यात्रा को शुरू करने से पहले अपने डॉक्टर से पूछ लें।इस यात्रा में कार्बोहाइड्रेट को अपना सबसे अच्छा दोस्त बनाएं। और अगर हमको इतनी ऊंचाई पर बीमार महसूस होता हैं, तो तुरंत कम ऊंचाई पर जाएँ और चेकअप अपना चेकउप करवाएं।ना ही धूम्रपान करें, शराब पिएं या कैफीन का सेवन करें।सोते समय 300 मीटर से ऊपर की ऊँचाई पार ना करें।
साथियों बात अगर हम लाभदायक टिप्स की करें तो,यदि हम 13 वर्ष से कम उम्र के बच्चों और 75 वर्ष और उससे अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों के साथ यात्रा कर रहे हैं, तो ट्रेकिंग से बचें। छह सप्ताह की गर्भवती महिलाओं को यात्रा पर जाने की अनुमति नहीं है।
अतः अगर हम उपरोक्त पूरे विवरण का अध्ययन करउसका विश्लेषण करें तो हम पाएंगे कि आओ सृष्टि के स्वर्ग पर तीर्थ यात्रा कर पुण्य कमाएं।श्री पावन अमरनाथजी की पवित्र गुफ़ा की वार्षिक तीर्थयात्रा 1 जुलाई से 31अगस्त 2023 तक होगी - रजिस्ट्रेशन 17 अप्रैल 2023 से शुरू।श्री अमरनाथजी श्राइन बोर्ड की 44 वीं बैठक में राज्यपाल द्वारा समीक्षा और सुबह शाम की आरती (प्रार्थना) का सीधा प्रसारण का निर्णय सराहनीय।
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कर विशेषज्ञ स्तंभकार एडवोकेट किशन सनमुख़दास भावनानी गोंदिया महाराष्ट्र