Abhi to patjhad hai basant to ayegi
Gazal-Abhi to patjhad hai basant to ayegi
कभी तो हमारी याद आएगी
आशमा में बादल है बरसात तो आयेगी
फूल मुरझाते है भौंरे नहीं
अभी पतझड़ है बसंत तो आयेगी
तू चल तो साथ साथ मैं भी चलू
अभी नफरत कभी प्यार तो आयेगी
इन नटखट नखरों से रिझाओ न तुम
जो बात दिल में है जुबां पे आयेगी
हां जो कह न सका अब कह देता हूं
रात के सफर में सुबह तो आयेगी
प्यार है शक्ति प्यार है भक्ति प्यार है
श्रद्धा प्यार है ज्योति
खड़े दिवानो के लाइन में कभी तो नम्बरआयेगी
फूल मुरझाते है भौंरे नहीं
अभी पतझड़ है बसंत तो आयेगी
कवि सी.पी. गौतम
मीरजापुर उत्तर प्रदेश