चंद्रमा, चांद, शशि!

चंद्रमा, चांद, शशि!

चंद्रमा, चांद, शशि!
सूर्य के बाद सबसे चमकीला ग्रह,
सबसे बड़ा प्राकृतिक उपग्रह,
रात्रि को शीतलता प्रदान करता,
यह चंद्रमा, चंद्र, शशि के नाम से भी जाना जाता!

पृथ्वी के चारों ओर चक्कर लगाता,
सूर्य के प्रकाश के परावर्तन के कारण चमकता,
पूर्व से निकलता और पश्चिम में छिपता,
59 प्रतिशत हिस्सा ही इसका पृथ्वी से दिखता!

सभी को लुभाती इसकी खूबसूरती,
इसके कारण समुद्र की लहरें उठती,
एक तरफ से यह चमकीला और सफेद,
तो इसकी दूसरी तरफ गड्ढे और उसके भेद!

इसके पीछे हैं बहुत सारे रहस्य,
जिज्ञासा से भरा हुआ इसका भविष्य,
इसके गुरुत्वाकर्षण बल से,
पृथ्वी पर ज्वार-भाटा पैदा होते!

चांद बिना दिन बहुत छोटा आएगा,
रात्रि को गहरा अंधेरा हो जाएगा,
चलो हम सब जाने चांद के बारे में,
जिसकी खूबसूरती के दीवाने हम सारे हैं!!

डॉ. माध्वी बोरसे!
(स्वरचित व मौलिक रचना)
राजस्थान (रावतभाटा)


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