कविता डिजिटल भारत मेक इन इंडिया
कविता डिजिटल भारत मेक इन इंडिया
![किशन सनमुखदास भावनानी गोंदिया महाराष्ट्र किशन सनमुखदास भावनानी गोंदिया महाराष्ट्र](https://blogger.googleusercontent.com/img/b/R29vZ2xl/AVvXsEgGJ2byFYqEWutUmCfBoCDrmnZJIgAC3-uo5C70C6DCqmW8FnWzXeua1oMWf_ls7pfGkonlP_iSMAvK7GstPwYPaUfVHaqk6V63u7nVzELEPaRcJXh-nXFi841rppS8Rlt1GzE97XHzc6m3XVjxFyoGPXGvh8VTmtdxrfkDFwGGcjeSa6TZSFv8M2q9/w640-h360-rw/image.png)
रचनात्मक नवाचार से जुड़ा विज्ञान
आम आदमी के लिए जीवन में सहजता लाता है
डिजिटल भारत मेक इन इंडिया
जैसी थीम जनहित में लाता है
भारत वैज्ञानिक दृष्टिकोण के फलक को
विकसित करने नए आयाम बनाता है
सतत विकास और नए तकनीकी नवाचारों
के माध्यम के साथ उन्नति दिखाता है
भारत नवाचारों का उपयोग करके
ऐसी तकनीकी विकसित करता है
जनता के लिए सस्ती सुगम सहजता लाए
ऐसा नवाचार विज्ञान नए भारत में लाता है
उन्नत भारत अभियान में नवाचार भाता है
उन्नत ग्राम उन्नत शहर में विज्ञान लाकर
नमामि गंगे का अभियान चलाना है
नवाचार आम आदमी के जीवन में सहजता लाता है
-लेखक- कर विशेषज्ञ, स्तंभकार, साहित्यकार, कानूनी लेखक, चिंतक, कवि, एडवोकेट किशन सनमुखदास भावनानी गोंदिया महाराष्ट्र