तेरे इश्क में

October 17, 2022 ・0 comments

तेरे इश्क में


तेेरे नाम से ये शाम
आबाद हो गया

कुछ लिखने जो हम बैठे
खाली दवात हो गया

तुझे सोचा तो
आंसु युं छलका
कि लिखा पन्ना
बर्बाद हो गया

घर से आए तो थे
वकील बनने
लेकिन तेरे इश्क में
जीना दुश्वार हो गया

चाय कि प्याली के जगह
अब हाथों में जाम हो गया

तेरे मेरे इश्क का किस्सा
भी अब आम हो गया

जबसे तेरे जुबान पे
किसी और का नाम हो गया

तुझे चाहा मैंने, तुझे सराहा मैने
मुझपे जुल्म तो तब हो गया

जब तु किसी और का
सरेआम हो गया

चंचल मन तुम थे
और खामखा इश्क

बदनाम हो गया
और इस तरह

हमारे इश्क के कसीदे
भी गुमनाम हो गया

तेरे इश्क में जिये वो पल
आज मेेरे लिए

मौत का फरमान हो गया
सच बताउ तो

तेरे इश्क में
जख्म से जादा
मरहम का नुकसान हो गया।

About author

Preeti Kumari Suman

प्रीती कुमारी सुमन
बोधगया, बिहार

Post a Comment

boltizindagi@gmail.com

If you can't commemt, try using Chrome instead.