आपकी तारीफ के लिए अल्फाज नही

December 31, 2023 ・0 comments

 आपकी तारीफ के लिए अल्फाज नही

आपकी तारीफ के लिए अल्फाज नही
तेरी सूरत,और तासीर,की अल्फाज बया करे,
तुम फूल हो गुलाब का ये मौसम बया करे।।
फैले चांदनी सी आभा तेरी,तेरी हर अदा पर नाज है,
तेरी खूबसूरती के बराबर नहीं कोई ,तेरी मुस्कान,कुछ बया करे।।

तेरे जुल्फा की घटा, हवाओं के साथ केशो का लहराना,
तेरा रूप रंग,बोल चाल,तेरी हर अदा पर नजर लगाता जमाना।
तुम रात के अंधियारे में उजाला हो,
खुवाहिश है तेरे दिल में अपना घर बनाना।।

तेरे राजीवनयन रुखसार आंचल पर तिलक राज,
तेरा मुख चंद्रमा, है नायाब छिपा होठों में राज।
फूल की खूश्बु महके तू शमा पर जले परवाना तू है वसंत राज।

तुम मोहब्बत हो मंजिल हो अरमानों की,
तुम चौदवी का चांद हो खुशबू हो गुलाब की।
अल्फाज कैसे लिखेंगे आपकी खूबसूरती की दास्तां,
करूं आपकी तुलना पानी से,
सच य है तुम चांदनी हो रात की।।

तुम सब से अलग हो,नादान मुस्कान है,
तेरा ये मुस्कराना आदत है ये शौक है
तेरी हसी में फूल बरसते है मेरे अजीज
तुम हसीन हो सदा बनी रहे आपकी मुस्कान है

About author 

मौसम खान  अलवर राजस्थान
मौसम खान
 अलवर राजस्थान

Post a Comment

boltizindagi@gmail.com

If you can't commemt, try using Chrome instead.