Ishq pe badnuma dag hai tajmahal by Ajay Prasad

इश्क़  पे बदनुमा  दाग है  ताजमहल

Ishq pe badnuma dag hai tajmahal by Ajay Prasad


 इश्क़  पे बदनुमा  दाग है  ताजमहल

फक़त कब्रे  मुमताज है  ताज महल ।

होगा दुनिया के लिए सातवां अजूबा

मेरे लिए तो इक लाश है ताज महल ।

फना जो खुद  हुआ नहीं  मुहब्बत में

उस की जिंदा  मिसाल है ताजमहल ।

लोग खो जाते हैं इसकी खूबसूरती में

भूल जाते हैं कि उदास  है ताजमहल ।

किसी की मौत पे इतना बड़ा मज़ाक

प्रेम का इक बस उपहास है ताजमहल ।

या खुदा इतनी खुदगर्जी आशिकी में

शाहजहाँ का मनोविकार है ताजमहल ।

अब छोड़ो भी तुम अजय गुस्सा करना

समझ लो कि  इतिहास है ताज महल ।

-अजय प्रसाद

Next Post Previous Post
No Comment
Add Comment
comment url