सितंबर 2022

Agar Hai Pyaar Mujhse to Bataana Bhi Zaroori Hai

Agar Hai Pyaar Mujhse to Bataana Bhi Zaroori Hai अगर है प्यार मुझसे तो बताना भी ज़रूरी है दिया है हुस्न मौला ने दिखाना भी ज़रूरी है इशारा तो...

bolti zindagi 29 सित॰, 2022

सोशल मीडिया पर स्क्रॉल होती जिंदगी

सोशल मीडिया पर स्क्रॉल होती जिंदगी (हम में से ज्यादातर लोग आज सोशल मीडिया के आदी हैं। चाहे आप इसका इस्तेमाल दोस्तों और रिश्तेदारों से जुड़न...

bolti zindagi 28 सित॰, 2022

विश्व हृदय दिवस 2022

29 सितंबर विश्व हृदय दिवस 2022 युवाओं में दिल का दौरा, भारत के हृदय पर बोझ  प्रत्येक व्यक्ति को हर साल कम से कम एक ईसीजी करवाना चाहिए। संदे...

bolti zindagi 28 सित॰, 2022

अंतिम संस्कार या अंत्येष्टि क्रिया हिंदू धर्म के 16 संस्कारों में से आखरी संस्कार

जातसंस्कारैणेमं लोकमभिजयति मृतसंस्कारैणामुं लोकम्। अंत्येष्टि - सुपुर्द-ए-ख़ाक अंतिम संस्कार या अंत्येष्टि क्रिया हिंदू धर्म के 16 संस्कारों...

bolti zindagi 28 सित॰, 2022

बनेंगें तो मंत्रीजी का चालक ही

व्यंग्य बनेंगें तो मंत्रीजी का चालक ही  इधर मुझे एक सनक सवार हो गई है l मुझे सनक है कि बनूँगा तो मंत्री जी का चालक ही , या फिर धोबी ,या म...

bolti zindagi 28 सित॰, 2022

सही मात्रा

सही मात्रा मर जातें हैं बूंद भरमें जी लेते हैं पी हलाहल लंबी उम्र जी जाते हैं सुन तानों का जहर जहर तेरी फितरत तो बता क्या सही मात्रा हैं तेर...

bolti zindagi 28 सित॰, 2022

हदें

हदें शान हैं उसी में इंसान अपनी हद में रहें जब छोड़ हद न समंदर न ही नदी बहेँ इंसान ही हद न जाने वह हद से बढ़े बेईमानी की कोई हद ना सदा ही बढ...

bolti zindagi 28 सित॰, 2022

यही तो राजनीति है

व्यंग्य यही तो राजनीति है    भ्रष्टाचार और भ्रष्टाचारियों की बात सुनने भर से ही मेरा मन एकदम से खिन्न हो जाता है l एक दिन अपनी उत्सुकता ल...

bolti zindagi 28 सित॰, 2022

संगठित लपड़ झंडूस

व्यंग्य संगठित लपड़ झंडूस घर में जो हाल पतियों का होता है l वही हाल आजकल हमारे यहाँ के छग्गू भईया और भग्गू भईया का है l छग्गू और भग्गू भईया...

bolti zindagi 28 सित॰, 2022

सारनाथ के शेर

व्यंग्य सारनाथ के शेर  अशोक स्तंभ पर के बने शेर और संसद भवन पर के बने शेरों में अंतर है l संसद भवन पर का बने शेर अशोक स्तंभ पर के बने ...

bolti zindagi 28 सित॰, 2022

तर्पित करते मुर्दे

व्यंग्य तर्पित करते मुर्दे हमारे राजनैतिक गिद्ध और बाबू अफसरान लोग मुर्दों का बखूबी उपयोग जानते हैं l मुर्दों का उपयोग फाइलों में ये गिद्...

bolti zindagi 28 सित॰, 2022

जी. एस . टी . में राष्ट्रवाद का तड़का

व्यंग्य जी. एस . टी . में राष्ट्रवाद का तड़का जुगाडू जी , बी. पी. एल . परिवार से हैं l इधर एक दिन चावल लेने गये तो पंसारी जी ने टोका चावल ...

bolti zindagi 28 सित॰, 2022

समाज की मोटी खाल

व्यंग्य समाज की मोटी खाल  हमारे समाज की खाल बहुत मोटी है l उसमें रहने वाले लंपट किस्म के शिक्षकों की उससे भी ज्यादा मोटी l इनकी तुलना अग...

bolti zindagi 28 सित॰, 2022

अमर्यादित शब्द

व्यंग्य –अमर्यादित शब्द संसद में अभी एक प्रस्ताव आया है , कि हमारे माननीय " अमर्यादित शब्दों " का इस्तेमाल नहीं करेंगें l  और ...

bolti zindagi 28 सित॰, 2022

"घर एक मंदिर"

"घर एक मंदिर" घर एक महफ़ूज़ आशियाना होता है इंसान को सर छुपाने का। ज़िंदगी की जद्दोजहद से जूझते थका-हारा इंसान अपने सुकूनगाह में ख...

bolti zindagi 28 सित॰, 2022