#1 Jhoothon ka hai jamana by Jitendra Kabir August 29, 2021 ・0 comments ・Topic: poem झूठों का है जमाना एक बार झूठ बोल कर उसे छुपाने के लिए झूठ पर झूठ बोलते जाना, पकड़े भी गये जो कभी तो शर्मिंदगी का पात्र बन जाना, पकड़े नहीं ... Read post
#2 Hijab by Ajay Kumar jha. August 26, 2021 ・0 comments ・Topic: poem हिजाब. खाली जेबों की कसी मुट्ठियाँ हवा में लहराने को उतर आई है अरण्य में खिलते अग्निपुष्प से रंगे सियार बेरंग होने लगे हैं जुमलों की धूलें... Read post
#3 Sirf vhi aisa Kar payega by Jitender Kabir August 26, 2021 ・0 comments ・Topic: poem सिर्फ वही ऐसा कर पाएगा इस समय जबकि बढ़ रही हैं इंसान - इंसान के बीच में नफरतें बेतहाशा हर ओर, प्रेम के मार्ग पर चलने वालों को कायर व डरपोक ... Read post
#4 Antardwand laghukatha by Sudhir Srivastava August 26, 2021 ・0 comments ・Topic: story लघुकथा अंर्तद्वंद लंबी प्रतीक्षा के बाद आखिर वो दिन आ ही गया और उसने सुंदर सी गोल मटोल बेटी को जन्मदिन दिया। सब बहुत खुश थे।यहाँ तक की ... Read post
#5 Mat banto Insan by indu kumari August 26, 2021 ・0 comments ・Topic: poem मत बाँटो इंसान मंदिर- मस्जिद गिरजाघर ने बाँट दिया भगवान को मंदिर बाँटी मस्जिद बाँटी मत बाँटो इंसान को इंसानों की है इंसानियत हैव... Read post
#6 Bharteey paramparagat lokvidhaon ko viluptta se bachana jaruri August 25, 2021 ・0 comments ・Topic: lekh भारतीय परंपरागत लोकविधाओंं, लोककथाओंं को विलुप्तता से बचाना जरूरी - यह हमारी संस्कृति की वाहक - हमारी भाषा की सूक्ष्मता, परंपरागत व्यवहारों ... Read post
#7 Dukh aur parishram ka mahatv August 25, 2021 ・0 comments ・Topic: lekh दुख और परिश्रम का मानव जीवन में महत्व - दुख बिना हृदय निर्मल नहीं, परिश्रम बिना विकास नहीं कठोर परिश्रम सफलता की कुंजी है - जांबाज़ी से दुख ... Read post
#8 Balkavita ghar by mainudeen kohri August 25, 2021 ・0 comments ・Topic: poem बाल कविता घर घर ,गाँव - गली झूलेंगे झूले । नन्नी - नन्नी, प्यारी - प्यारी बेटियाँ ।। झूलो के संग बारी - बारी झूलें । हंसती-गाती छोटी... Read post
#9 Samasya ke samadhan ke bare me sochne se raste milte hai August 25, 2021 ・0 comments ・Topic: lekh समस्या के बारे में सोचने से परेशानी मिलती है - समाधान के बारे में सोचने से रास्ते मिलते हैं किसी भी समस्या के समाधान के लिए संवाद का सकारात्... Read post
#10 Rakshabandhan by mainudeen kohri August 25, 2021 ・0 comments ・Topic: poem रक्षा बंधन सदियों से रक्षाबंधन का पर्व जात-पांत से ऊपर उठकर पुनीत पर्व को मनाते हैं । राष्ट्रहित में समाज के हर वर्ग के लोग हिल मिल ... Read post
#11 Aankhe by nandini laheja August 25, 2021 ・0 comments ・Topic: poem आँखें मन के भावों को बिना शब्द, किसी तक पहुंचाए। कभी प्रश्न कहे,कभी दे स्वयं उत्तर, यही तो नयनो की भाषा कहलाये। कोई ख़ुशी जब मिलती... Read post
#12 Pushp by priya dewangan August 25, 2021 ・0 comments ・Topic: poem "पुष्प" लाली पीली बैगनी, बागों खिलते फूल। उपवन में रहते सभी, कलियाँ जाती झूल।। कलियांँ जाती झूल, प्रेम की बात बताती। अपनी खुशबू सं... Read post
#13 Anuttarit sawal by sarla soni ( Meera krishna) August 25, 2021 ・0 comments ・Topic: poem “अनुत्तरित सवाल” सवाल ये नहीं कि कौन किस ख़ेमे के साथ है सवाल ये है कि कौन देश के अपमान पर मौन है?? देशद्रोह के खुलासे पर भी कौन कुम्भकर्ण क... Read post
#14 Bandhan na rahega koi by indu kumari August 25, 2021 ・0 comments ・Topic: poem बंधन न रहेगा कोई मीरा के श्याम राधा के संग रहे हमेशा मीरा को नहीं मलाल हर पल जोहती बाट कब आएंगे मोहनलाल अखियाँ है दरस की प्यासी नित रहती है... Read post
#15 Sabse lachar prani byJitender Kabir August 25, 2021 ・0 comments ・Topic: poem सबसे लाचार प्राणी अच्छा कोई काम करे अगर उनका दल तब तो जायज है फिर भी प्रशंसा के अतिरेक में डूबी उनकी वाणी, लेकिन काम बुरा हो तब भी विरोधिय... Read post
#16 Scrap policy Lekh by jayshree birmi August 25, 2021 ・0 comments ・Topic: lekh स्क्रैप पॉलिसी देश में प्रदूषण कम करने के लिए सरकार कई दिशाओं में काम कर रही हैं,जिसमे से प्रमुख हैं स्क्रैप पॉलिसी। इसके अंतर्गत पहले ... Read post
#17 Koi ek bhi mil jaye by Jitendra Kabeer August 25, 2021 ・0 comments ・Topic: poem कोई एक भी मिल जाए ऐसे समय में जबकि चाहत आम है बहुत लोगों में कि सबके दिलों पर वो राज करें, लेकिन विडंबना यह है कि दिलो-जान से चाहने वाला ... Read post
#18 Aisi bahano ki kaun sune by Jitendra Kabeer August 25, 2021 ・0 comments ・Topic: poem ऐसी बहनों की कौन सुनें? रक्षाबंधन के अवसर पर असमंजस में रहती हैं वो स्त्रियां ब्याही गई हैं जो किसी बड़े घर में, राखी बांधने जाना है उनको भ... Read post
#19 Rakshabandhan by Anita Sharma August 25, 2021 ・0 comments ・Topic: poem रक्षाबंधन सालभर के इन्तजार के बाद आता राखी का त्यौहार है। रेशम के धागों में सजता भाई-बहिन का प्यार है। प्रेम की पवित्रता का सोपान रक्षाबं... Read post
#20 Bhookh by Anita Sharma August 25, 2021 ・0 comments ・Topic: poem भूख भूख की आग से तड़पता है कि भिखारी हाथ फैलाए भीख मांगता। कहीं कचड़े में कोई जीर्ण शीर्ण सा रोटी उठाकर खा रहा। ** कहीं सत्ता की भूख बढ़ रह... Read post
#21 Uphar kahani by Sudhir Srivastava August 25, 2021 ・0 comments ・Topic: story कहानी उपहार आज रक्षाबंधन का त्योहार था।मेरी कोई बहन तो थी नहीं जो मुझे (श्रीश) कुछ भी उत... Read post
#22 Samaj ki tasveer by Sudhir Srivastava August 25, 2021 ・0 comments ・Topic: poem समाज की तस्वीर समाज की तस्वीर का बखान क्या करें साहब ? समाज कोई वस्तु तो है नहीं जो किसी कारखाने में निर्मित हुई है। अपने आपको देखिये फिर च... Read post
#23 Rakhi ka tyohar by indu kumari August 25, 2021 ・0 comments ・Topic: poem राखी का त्योहार राखी का त्योहार हम मनाएं रे उमंग भरी है मन में मिलकर गाएं रे बचपन की तकरार होठों पे आई रे कर -करके याद मन मुस्काई है रक्ष... Read post
#24 Afeem ki arthvyavastha aur asthirta se jujhta afganistan August 25, 2021 ・0 comments ・Topic: lekh अफीम की अर्थव्यवस्था और अस्थिरता से जूझता अफगानिस्तान-- अफगानिस्तान के लिए अंग्रेजी शब्द का "AAA" अल्ला ,आर्मी, और अमेरिका सबसे ब... Read post
#25 Sarataj hai tu by indu kumari August 22, 2021 ・0 comments सरताज है तू ए भारत के बेटे- बेटियों हर दिल की आवाज है तू फहराते रहे हो सदा तिरंगे हमारी आन बाण शान है तुशीर्षक- सरताज है तु ए भारत के बेटे-... Read post
#26 Lekh by jayshree birmi August 22, 2021 ・0 comments ・Topic: lekh लेख आज नेट पे पढ़ा कि अमेरिका के टेक्सास प्रांत के गेलवेस्टैन काउंटी के, जी. ओ. पी. काउंसील के सभ्य की ४५ साल की उम्र में करोना से मौत हो... Read post
#27 Sabaka apna mahatva hai by Jitendra Kabeer August 22, 2021 ・0 comments ・Topic: poem सबका अपना महत्व है किसी क्षेत्र में कामयाब होने के लिए इंसान को जितनी बड़ी भूमिका किसी का प्रोत्साहन निभाता है, उतनी ही बड़ी भूमिका उसकी यो... Read post
#28 Sangharsh akela hota hai by Jitendra Kabeer August 22, 2021 ・0 comments ・Topic: poem संघर्ष अकेला होता है उस वक्त साथ नहीं थे बहुत से लोग शायद जानते भी न हों उनका नाम, खेलों में इस देश का नाम रौशन करने वालों का गुमनामी में ... Read post
#29 Champion hi champion by Sudhir Srivastava August 22, 2021 ・0 comments ・Topic: poem चैम्पियन ही चैम्पियन नीरज ने स्वर्ण दिया देश को अभिमान है, नीरज को हमारी और पूरे देश की बधाइयाँ हम सब उनके शुक्रगुज़ार हैं। पर अफसोस भी है,क... Read post
#30 Deshbhakti geet by indu kumari August 22, 2021 ・0 comments ・Topic: poem देश भक्ति गीत मां की चरणों में अब जाग उठे हैं हम कुछ करके दिखा देंगे ऐ मां तेरी चरणों में आकाश झुका देंगे आँसू न बहा माता ... Read post
#31 Aapatkal kb aata hai by Rajesh shukla August 22, 2021 ・0 comments ・Topic: poem आपातकाल, कब आता है..। जो बीत गया वो भूत काल है जो चल रहा वर्तमान काल है जो आएगा वो भविष्य काल है जो कभी भी आ जाये वो आपातकाल है ये हर कोई जा... Read post
#32 Jivan ki bhul by Sudhir Srivastava August 22, 2021 ・0 comments ・Topic: poem जीवन की भूल माना कि भूल होना मानवीय प्रवृत्ति है जो हम भी स्वीकारते हैं । मगर अफसोस होता है जब माँ बाप की उपेक्षाओं उनकी बेकद्री को भी हम अ... Read post
#33 Desh ka man Lekh by jayshree birmi August 22, 2021 ・0 comments ・Topic: lekh देश का मान जब देश यूनियन जैक की कॉलोनी था तब की बात हैं। उस समय में भी देश को जो सम्मान मिला था वह कभी नहीं भुलाया जा सकता हैं।1928 से 36 त... Read post
#34 Kal nahi aayega by Sudhir Srivastava August 22, 2021 ・0 comments ・Topic: poem कल नहीं आयेगा अब तो इस भ्रम से बाहर निकलिए, कि कल भी आयेगा ये ख्वाब मत पालिए। आज ही आज रहेगा सदा वर्तमान रहेगा, जो कल का इंतज़ार करेगा वो ब... Read post
#35 Lena dena by Anita Sharma August 22, 2021 ・0 comments ・Topic: poem *लेना-देना लेना देना लगा है जग में, क्या तू साथ ले जायेगा। जैसा कर्म करेगा वैसा प्रारब्ध पायेगा, सूझ-बूझ रख कर्म करे जा जग में । सब ईश्वर क... Read post
#36 Lokshahi by jayshree birmi August 22, 2021 ・0 comments ・Topic: poem लोकशाही एक जमाने में पूरी दुनियां में राजा रानियों का राज था।सभी देशों में राजाओं का शासन था,और लोग उनकी प्रजा थे।कई राजा बहुत महान थे जो अ... Read post
#37 Varatika jal rahi by Anita Sharma August 22, 2021 ・0 comments ・Topic: poem *वर्तिका जल रही* नित वर्तिका है जल रही, रौनक जहां को कर रही। स्वयं को जलाये प्रतिपल दैदीप्यमान जग को कर रही। स्त्री की गरिमा भी सम है नित्य... Read post
#38 Desh hamara bharat by Indu kumari August 22, 2021 ・0 comments ・Topic: poem देश हमारा भारत भारत भूमि हमें तुमसे प्यार है जननी हमारी हम सेवा में तैयार है शीश-मुकुट अडिग हिमालय चरणों को धोता सागर है पावन गंगा बहती... Read post