Pareshani by Mausam Khan
परेशानी है , परेशान आज जहां सुख तलाश करता चहूं दिस ओर। कुछ लिखने कि कोशिश करता हूं तुमको करना है इन पे गोर।। शुरू करते है किसान से, जिस...
परेशानी है , परेशान आज जहां सुख तलाश करता चहूं दिस ओर। कुछ लिखने कि कोशिश करता हूं तुमको करना है इन पे गोर।। शुरू करते है किसान से, जिस...
जाना उस उसपार है , जाना उस उसपार है ,मगर मैं किनारे चल रहा हूँ। बात ये है कि मैं खुद के सहारे चल रहा हूँ। थोड़ा ही सही ,आहिस्ता आहिस्ता बदल...
दौलत तेरी फितरत ऐसी है ,कि सबकी जुबान बदल देती है। बुराइयों का लिबास ओढ़े व्यक्ति की पहचान बदल देती है। तेरे अकूत होने से सारे दोष मिथ्या हो...
प्रार्थना न दे दर्द इतना कि सह न सकूं मैं मेरे दाता संभालना तो तुझ ही को हैं झमेले मेरे भुला दे सब दोष मेरे बिनती हैं ये न तैर पाऊंगी अब ये...
मुश्किल डगर है एक तो सच्चाई के पथ पर चलना दुश्वार होता है ऊपर से बुराई का आकर्षण भी दुर्निवार होता है, अकेले ही चलना पड़ता है इस मुश्किल डग...
प्रामाणिकता भ्रष्टाचार और अप्रमाणिकता सुसंगत नहीं हैं।भ्रष्टाचारी भी उसको रिश्वत देने वाले की ओर प्रमाणिक हो सकता हैं, तभी वह किसी का भी को...
हर दुष्कर्म के बाद भूल जायेंगे लोग इन बर्बर घटनाओं को, जो नहीं भुला पाएंगे वो बहला लेंगे खुद को झूठा दिलासा दे कर, कि उसकी तो किस्मत ही खर...
उम्र भर रोटियाँ सेंकी...!!! उम्र भर रोटियाँ सेंकी हमनें , हाथ जले तो असावधानी हमारी है। लॉट के लॉट बर्तन धोये हमनें , तुमनें...
इंसान त्याग सकता है जब देखता हूं मैं किसी स्वर्ण को अपने दलित 'बॉस' या फिर दलित सहयोगी के साथ बैठकर भोजन करते समय सदियों पुरानी छ...
वर्तमान गुजरात का राजकारण एक ही रात में गुजरात के मुख्यमंत्री श्रीमान रुपाणी का राजत्याग करना थोड़ा आश्चर्यजनक था किंतु पूरी कैबिनेट बदल ...
आपबीती पक्षाघात बना वरदान सुनने में अजीब लग रहा है किंतु बहुत बार जीवन में ऐसा कुछ हो ही जाता है जिसकी कल्पना तक नहीं होती है। ...
शिप्रा के किनारे महाकाल के प्रांगण में जब , हम दोनों चलकर आए थे , दर्शन पूजन कर शिव का , शिप्रा तट पर चल आए थे ।। महाकाल की महिमा सारी , न...
मुक्तिधाम प्रीत की रीत निभाने को दो गीत मिले गाते गाते, एक प्यार तुम्हारे पाने का, दूजे दर्द भरे एहसासों का ।। जीवन ने करवट ले ली है, दो पु...
माँ मुझे ना मार माँ, मैं भी कुल का मान बढाऊँगी । माँ ,मैं भी रिश्तों के बाग सजाऊंगी।। माँ,मुझे कोख में हरगिज न मारना। माँ, मैं भी तेरी परछा...
बेटियाँ बिटिया से घर संसार है, रौनक घर परिवार है। सबके बीच की अहम् कड़ी। प्यार और विश्वास की मूरत है। खूब पढ़ाओ ,सुखी बनाओ। उज्जवल भविष्य ब...
मेरी बेटी जब देखें कोमल हाथों को बाजू के पास मेरे एहसासों से भर गया था मन और ह्रदय दोनों मेरे जो मांगा था रब से वही तो बाजू में मेरे धरा थ...
शांति और प्रेम की चाह कोई कितना भी क्रूर हुआ, हत्यारा हुआ, झूठा,पाखंडी और चोर हुआ, पर समाज के सामने सच्चा,अच्छा और महान कहलाने का जरूर अभिल...
देखें पहले देशहित हम किसी भी संस्था या किसी से भी अपनी मांगे मनवाना चाहते हैं, तब विरोध कर अपनी मांगे पूरी करवाना चाहते हैं।वह चाहे दफ्तर ह...
विचारधारा अनगिनत विचारों की धारा में, नित बहता जाता यह जीवन है। पल भी यह ना चैन पाता,विचारों में मग्न रहता अपना जीवन है। कभी विचारधारा हमारी...
खामोशियां बोलती हैं यह सच है कि तुम बोलते कुछ नहीं बस तुम्हारी खामोशियां बोल जाती हैं सामने आते हो मेरे जब भी कभी होंठों पे हल्की सी मुस्क...
बलि की बकरी एक चालाक आदमी एक आजाद घूमती बकरी को उसकी पसंदीदा घास का लालच देकर अपने बाड़े में ले आया, बकरी के चारे पानी का इंतजाम करके फिर उ...
बेटियाँ जग की लाडली जग की आधी आबादी कहलाती है बेटियाँ हर घर की रौनक है घरों को सजाती बेटियाँ माँ बन ममता लुटाती है भार्या बन बरसाती प्...
हुंकार रसवंती के प्रणेता पैनी दृष्टि पहुँची पहले ऐसे थे रवि कालजयी रचनाएं धूमिल न होगी चमके चाँद सितारे मलिन न होगी साहित्य जगत के जीवंत हस...
साड़ी द ग्रेट कुछ दिनों से सोशल मीडिया में एक वीडियो खूब वायरल हो रहा हैं।दिल्ली के एक रेस्टोरेंट में साड़ी पहने आई एक सन्नारी को अंदर आने...
*माँ लौट आ वापस ......* आता है माँ का ख्याल, मन झकझोर जाता है, माँ लौट आ वापस, तेरा बेटा बुलाता है। चैन से सोता था हर दिन, तेरे ही आँचल मे...
तेरी जुदाई जब कोई अपना हो जाता हमसे जुदा रह जाता सिर्फ तस्वीरों में ,और यादें रहती सदा हर क्षण याद आती बातें उसकी और संग बिताये पल कही से व...
दर्द–ए–त्वचा जैसे सभी के कद अलग अलग होते हैं,कोई लंबा तो कोई छोटा,कोई पतला तो कोई मोटा वैसे भी त्वचा में भी फर्क होता हैं।किसी की त्वचा गोर...
*हाँ, मैं बदल रहा हूँ ...* जी भर के जीना सीख रहा हूँ, आईने में खुद को ढूंढ रहा हूँ। सीख रहा हूँ टेढ़े रास्तों का चलन, इसलिए थोड़ा थोड़ा संभल ...
देखा है मैंने देखा है मैंने घरों में,कैद होती आवाजें, गुम होती खुशियाँ,उदास होते चेहरे। पीले पड़ते होंठ, दम तोड़ती उम्मीदें।। सब कुछ तो ...
टूट पड़ा आकाश ...!!! बीती रात सहसा टूट पड़ा आकाश । आलय देवालय सब एकाकार । अनवरत गर्जना दामिनी दमक .... लपलपाती , सब लील जानें को हठ...
ठेकेदारों का विकास छोटा ठेकेदार पंचायत स्तर पर करता है प्रचार और समर्थन 'दल विशेष' का, बदले में पाता है छोटे-मोटे काम, छोटे स्तर के...
सगर्भा स्त्री के आहार विहार दुनियां के सभी देशों में गर्भवती महिलाओं का विशेष ख्याल रखा जाता हैं। जाहेर वाहनों और यातायात में उनके लिए जगह ...
तलाश ज़िंदगी की क्या कुसूर मेरा था, बस अपने घर को छोड़ा था। पूरे हो सके ख़्वाब इन आँखों के, इसी खातिर तो अपनों से नाता तोड़ा था। छूटे थ...
भूल जानें की ताक़त रखते हैं ...!! हर लम्हा गुज़रता है मेरा , दर्द के आग़ोश में । जख़्म क्या देगा कोई , हूँ कहाँ मैं होश में ...
हमारी राहें अलग हैं अगर तुम चाहते हो, मैं न बोलूं गलत को ग़लत और सही को सही, बेजुबान बन जाऊं या फिर बोलूं सिर्फ उतना जितना अच्छा लगे जमाने ...
रिश्तों की धुंध जब नियति को पता चला कि आज उसका पति कोई और स्त्री के साथ देखा गया हैं तो उसे बहुत बुरा लगा।थोड़ी चिंता भी हुई क्योंकि निवेश ...
महिलाओं के लिए सुरक्षित व अनुकूल माहौल तैयार करना ज़रूरी - भारतीय संस्कृति हमेशा ही महिलाओं को देवी के प्रतीक के रूप में सम्मान देती रही ह...
प्राण-प्रिय अधरों पर कुसुमित प्रीत- परिणय केशों में आलोकित सांध्य मधुमय चिर- प्रफुल्लित कोमल किसलय दिव्य-ज्योति जैसी मेरी प्राण-प्रिय 1 द...
मधुर संगीत वीणा का तेरी वीणा की मधुर ध्वनि, मां सदा भाव भर देती है, अंधकार भरे अंतर उर में, सौभाग्य तुम्हीं भर देती है। ।। ध्वनि तुम्हारी म...
बहाव रिश्तों का रिश्ते नाजुक बड़े ही होते हैं किंतु कोमल नहीं होते।कभी कभी रिश्ते दर्द बन के रह जाते हैं तो तकलीफदेह बन जाते हैं।रिश्ते जब ...
आभासी बेड़ियां पिंजरे का पंछी उससे बाहर निकलकर भी उड़ान भरने में हिचकिचाता है बहुत बार, वो दर-असल कैद है कुछ खुद की बनाई मर्यादाओं में और क...